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पुराने पुर्जों से बना डाली हवा से चलने वाली कार

इंजीनियरिंग का अभ्यास करते हुए इन स्टूडेंट्स ने फाइनल इयर में यह प्रोजेक्ट बनाया है. स्टूडेंट्स को यह प्रोजेक्ट बनाने में तकरीबन एक साल लगा और दर्शन कॉलेज के स्टाफ का पूरी तरह से सहयोग मिला.

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भारतीय युवा टैलेंटेड हैं यह तो किसी से नहीं ही छुपा है. अगर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए और मार्गदर्शन किया जाए तो वह कुछ भी कर सकने की क्षमता रखते हैं. राजकोट के दर्शन कॉलेज में मैकेनिकल डिपार्टमेंट के 4 स्टूडेंट्स ने ऐसा ही कुछ किया है. इन छात्रों ने मिल कर ऐसी गाड़ी बनाई है जो पेट्रोल-डीजल से नहीं बल्कि हवा से चलती है.

इंजीनियरिंग का अभ्यास करते हुए इन स्टूडेंट्स ने फाइनल इयर में यह प्रोजेक्ट बनाया है. स्टूडेंट्स को यह प्रोजेक्ट बनाने में तकरीबन एक साल लगा और दर्शन कॉलेज के स्टाफ का पूरी तरह से सहयोग मिला.

कॉलेज के प्रिंसिपल आर.जे धमसानिया का कहना है कि हमारे स्टूडेंट इनोवेटिव आइडिया निकाल लेते हैं. स्टूडेंट्स ने पुराने मशीनों, पुर्जों के सहारे ऐसा कर दिखाया है. अब कॉलेट इसको पेटेंट करवाने की सोच रहा है.

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