सूरत की क्राइम ब्रांच पुलिस ने नोएडा से दस सालों से वांटेड अपराधी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि आसाराम-नारायण साईं के खिलाफ दर्ज हुए बलात्कार मामले में गवाहों पर जानलेवा हमला कर हत्या की कोशिश और हत्या के मामलों में कई सालों से वांटेड 50 हजार के इनामी आरोपी तामराज शाहू उर्फ राज स्टीफन को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए तामराज ने हिंदू धर्म को छोड़कर क्रिश्चियन धर्म अपना लिया था.
पुलिस ने बताया कि तीन अलग-अलग मामलों में वांटेड आरोपी गिरफ्तार तामराज शाहू को 307 के दो मामले और एक मारपीट का था. एक कार्तिक नाम का शख़्स आरोपी था जो जेल में है.
आरोपी ने बदला धर्म: पुलिस
पुलिस ने ये भी कहा कि तामराज ने पुलिस से बचने के लिए धर्म परिवर्तन कर क्रिश्चियन धर्म अपना लिया था और नए नाम से नोएडा में रह रहा था.
पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि आसाराम और नारायण साईं के खिलाफ गवाही देने वाले गवाहों और उनके खिलाफ बोलने वालों को मारने के लिए इन लोगों ने 15 से 20 लाख रुपये का फंड इकट्ठा किया था. और इन लोगों ने एजेंट के द्वारा नेपाल के रास्ते एके-47, राइफल और पिस्टल खरीदे थे. इसके अलावा इन लोगों ने भी अन्य हथियार भी खरीदे थे.
'आरोपी हमले से पहले करता था रेकी'
पुलिस के अनुसार, तामराज किसी को निशाना बनाने से पहले उनके घर के आसपास रेकी करने के लिए किराए से मकान लेता था और उसके बाद उन पर हमला करता था. तमराज नोएडा में आसाराम के रसोइया के ऊपर हुए हमले में भी वांटेड था. उसने छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में लूट की थी. जब उसे पुलिस ने पकड़ा तो उसने पुलिस की आंख में मिर्ची पाउडर डाल दिया और मौके से फरार हो गया. इसके अलावा उसपर छत्तीसगढ़ में एक और चोरी का मामला दर्ज है और तामराज पर महाराष्ट्र में भी दो लोगों की हत्या करने का आरोप है. इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस उसे खोज रही थी.
10 साल से फरार था आरोपी
पुलिस ने बताया कि वो 9 मामले में फरार था और छह राज्यों की पुलिस उसे खोज रही थी, लेकिन सूरत क्राइम ब्रांच ने उस दबोच लिया है. पुलिस ने बताया, सूरत क्राइम ब्रांच ने आठ महीने की कोशिश के बाद उसको गिरफ्तार किया है. यदि इस मामले में आसाराम और नारायण साईं की संलिप्तता सामने आती है तो उनसे भी पूछताछ की जाएगी. आरोपी को पुलिस रिमांड लिए जा रहा है.