देश और दुनिया में मशहूर सूरत के महीधरपुरा थाना क्षेत्र में हीरा व्यापारी के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यहां डायमंड का कारोबार करने वाले चिराग शाह को हीरा दलाल नाम के आरोपी ने असली हीरे के बदले नकली हीरा थमा दिया था. इस मामले की शिकायत चिराग ने पुलिस से की थी. पुलिस ने एक व्यक्ति को राजस्थान के सिरोही से अरेस्ट किया है, जबकि अन्य चार आरोपियों की तलाश जारी है. गिरफ्तार आरोपी दलपत पुरोहित ने 4.55 करोड़ के हीरे को अपने पास छिपा रखा था.
सूरत के महिधरपुरा थाना क्षेत्र में आने वाले हीरा बाजार में अक्षत जेम्स नाम से हीरे का कारोबार करने वाले चिराग शाह ने रेपनेट वेबसाइट पर हार्ट शेप का डायमंड (heart shaped diamond) सेलिंग के लिए डाला था. वेबसाइट पर हीरा देखने के बाद उसे खरीदने के लिए 8 जून को हितेश पुरोहित नाम का शख्स चिराग के पास पहुंचा. हितेश के साथ उसके अन्य चार साथी भी मौजूद थे.
हीरा खरीदने की तारीख 25 जून तय की गई थी. 25 जून को हितेश फिर से हीरा कारोबारी चिराग शाह से मिला. इसी बीच असली हीरे के बदले उसने नकली हीरा चिराग को थमा दिया था. इस बात की भनक उस वक्त तो चिराग को नहीं लगी, लेकिन बाद में जब उन्हें पता चला तो 25 जून को ही हितेश को कॉल किया.
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इस पर हितेश ने कॉल रिसीव कर कहा कि वह कुछ देर में आ रहा है, लेकिन उसके बाद फोन बंद कर दिया. हीरे की कीमत 4 करोड़ 55 लाख थी. हीरे के मालिक चिराग शाह ने सूरत शहर के महिधरपुरा पुलिस थाने में केस दर्ज करवाया. इस मामले में मुख्य आरोपी हितेश पुरोहित और उसका पार्टनर ईश्वर पुरोहित के अलावा सुरेश जोधा पुरोहित व कमलेश पुरोहित को आरोपी बनाया गया था.
सूरत पुलिस के डीसीपी भगीरथ गढ़वी ने बताया कि करीब 10 कैरेट के असली हीरे की कीमत 4 करोड़ 55 लाख रुपए है. इस हीरे के बदले नकली हीरे रखे जाने की शिकायत मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गई थी. इसमें क्राइम ब्रांच भी शामिल थी. इस बीच महिधरपुरा पुलिस को जानकारी मिली थी कि बेसकीमती हीरा दलपतराम पुरोहित के पास है, जो राजस्थान के सिरोही में रह रहा है.
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जब पुलिस उससे पूछताछ करने पहुंची तो उसने शुरूआत में सही जानकारी नहीं दी. पुलिस ने जब सख्ती बरती तो उसने कबूल किया कि हीरा उसी के पास है. पुलिस ने उसके पास से हीरा बरामद करने के बाद कंन्फर्म किया कि जो हीरा उसके पास मिला है, वह नेचुरल है या डुप्लीकेट. जब कंन्फर्म हुआ कि वह असली हीरा है तो पुलिस ने हीरा रखने वाले दलपतराम पुरोहित को अरेस्ट कर लिया. इसके अलावा अन्य चार आरोपी हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है.
डीसीपी भगीरथ गढ़वी ने कहा कि यह डायमंड जिसकी कीमत 4 करोड़ 55 लाख रुपए है, पुलिस ने असली डायमंड के साथ-साथ नकली डायमंड भी जब्त किया है. इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए शुरुआत से ही मुख्य आरोपी हितेश ने डायमंड मालिक के साथ मिलकर डायमंड खरीदने की डील की थी.
करीब 1 हफ्ते तक डील चली थी. डायमंड खरीदने के लिए वह लोग राजी हो गए, उसके बाद उन्होंने डायमंड को चेक करवाने के लिए कि यह असली है कि नहीं, इसके लिए लैबोरेटरी में भेजा था. टेस्टिंग में असली डायमंड साबित होने के बाद उसने उसका सर्टिफिकेट भी लिया था और डायमंड भी अपने हाथ में लिया था.
इसी दौरान उसके पास जो इसी प्रकार का हूबहू दिखने वाला नकली डायमंड था, उससे असली बदल लिया था. जब इसको लेकर हीरा मालिक को शंका हुई तो उन्होंने संपर्क किया, लेकिन आरोपी का फोन स्विच ऑफ हो गया था. गिरफ्तार आरोपी दलपत पुरोहित के मुख्य आरोपी हितेश के साथ परिवारिक रिश्ते हैं.