महेसाना में पाटीदार युवा की मौत के खिलाफ उत्तर गुजरात गुरुवार को पूरी तरह से बंद रहा. कांग्रेस ने पूरे उत्तर गुजरात में बंद का आह्वान किया था.
आगजनी और बवाल
इस दौरान उत्तर गुजरात के बनासकांठा, पाटन, विसनगर जैसे शहरों में कुछ आगजनी की घटनाएं हुईं. विसनगर में पाटीदारों ने एक सरकारी बस को आग लगा दी. दरअसल चार दिन पहले ही पाटीदार युवा केतन पटेल कि महेसाना सब जेल में से निकालकर अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसे उपचार के लिए महेसाना सिविल अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसे मृत घोषित किया गया था.
तब से ही पूरे उत्तर गुजरात में पाटीदार युवा केतन पटेल की मौत को लेकर बवाल मचा हुआ है. परिवार वालों ने केतन पटेल के शरीर कर जख्मों को देखने के बाद आरोप लगाया है कि केतन को पुलिस कस्टडी में बुरी तरह से पीटा गया था और इस वजह से उसकी मौत हुई है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी ये बात साबित हो गयी है कि केतन के शरीर पर जख्मों के 39 से ज्यादा निशान पाए गए हैं. शुरुआत में पुलिस जहां एफआईआर तक लेने को तौयार नही थी, वहीं पाटीदारों के बंद के ऐलान के बाद पुलिस पर बने राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
इस पुरे मामले में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी ट्वीट किया और कहा, 'उत्तर गुजरात में सरकारी अत्याचार के सामने बंद के ऐलान को अभूतपूर्व समर्थन. बहुत हुए थप्पड़, अब हाथ हमारा गाल तुम्हारा!'
उत्तर गुजरात में सरकारी अत्याचार के सामने बंद का एलान।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) June 8, 2017
बंद के एलान को अभूतपूर्व समर्थन
बहुत हुवे थप्पड़, अब हाथ हमारा गाल तुम्हारा!!!!
हालत यह है कि घटना के चार दिन बाद भी परिवार वाले युवक की लाश को स्वीकार करने को तैयार नही है, साथ ही पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.