नवरात्र के दौरान पारंपरिक नृत्य गरबा से जुड़ी खबरें लगातार पढ़ने-सुनने को मिली रही हैं. जहां गरबा स्थलों पर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर मारपीट और बदसलूकी की घटनाएं सामने आ रही हैं, तो वहीं अब गुजरात के खेड़ा जिले से अनोखा मामला सामने आया है. आरोप है कि गरबा कार्यक्रम में ताजिया संगीत (शोकाकुल धुन) बजाकर बच्चों से नृत्य कराया गया. इस मामले के तूल पकड़ते ही चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है.
यह मामला जिले के नाडियाद के हथाज गांव स्थित प्ले सेंटर स्कूल का है. जहां 30 सितंबर को स्कूल में गरबा का आयोजन किया गया था. गांववालों का आरोप है कि टीचर जागृतिबेन रविकांत सागर, सबेराबेन सिकंदर भाई वोहरा, एकताबेन दीनूभाई आकाशी और सोनलबेन रमनभाई वाघेला ने गरबा कार्यक्रम में ताजिया संगीत बजवाया. जिस पर बच्चों को थिरकने के लिए मजबूर किया गया.
वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप
इसका वीडियो वायरल होने पर हड़कंप मच गया. मामले की जानकारी एक हिंदू संगठन को हुई. जिसने खेड़ा जिले के डिप्टी कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की. उधर, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने मामला संज्ञान में आने पर आरोपी शिक्षकों को निलंबित कर दिया है.
मारपीट की घटनाए भी सामने आ चुकी
इससे पहले 28 सितंबर को अहमदाबाद के कर्णावती क्लब में गरबा कार्यक्रम में गैर हिंदू युवकों के होने पर बजरंग दल ने जमकर हंगामा किया था. उन्हें गरबा स्थल पर चार गैर हिंदू युवक मिले. उन्हें पकड़ने की कोशिश की गई तो तीन युवक भाग निकले जबकि एक पकड़ा गया, जिसकी उन्होंने बुरी तरह पिटाई की. इसके बाद उसे वहां से भगा दिया.
हिंदू संगठनों का फरमान
उधर, गुजरात में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद् ने मुस्लिम युवकों को लेकर एक फरमान जारी किया है. हिंदू संगठन आयोजकों से कह रहे हैं कि नवरात्र पंडाल में मुसलमानों को प्रवेश न करने दें. साथ ही कई जगहों पर बजरंग दल और विहिप के कार्यकर्ता एंट्री प्वाइंट पर मौजूद हैं. वे हर आने वाले को तिलक लगाकर और परिचय पत्र दिखाने पर ही अंदर जाने दे रहे हैं.