गुजरात में तौकते तूफान ने भारी तबाही मचाई थी. कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया है. अब उस त्रासदी से तो गुजरात मुक्त हो गया है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने फिर उस तूफान पर चर्चें तेज करवा दिए हैं. गुजरात सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजीव गुप्ता ने एक ऐसा वीडियो शेयर कर दिया कि बाद में उन्हें माफी मांगनी पड़ गई.
गलत वीडियो शेयर कर पीएम-सीएम को टैग
दरअसल तौकते तूफान के बाद शेरों की सुरक्षा पर एक ट्वीट करते हुए एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी ने कहा था कि गिर में शेर एकदम सुरक्षित हैं. तौकते तूफान के बाद उनका ध्यान रखा जा रहा है. लगातार उन्हें मॉनिटर किया जा रहा है. ये रेयर वीडियो आकलवाडी रेंज गिर वेस्ट में शेर के पानी को सुरक्षित क्रॉस करने का है. अब इस ट्वीट में एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी की तरफ से पीएम मोदी और सीएम रुपाणी को भी टैग किया गया था. लेकिन जब ये वीडियो ज्यादा ही वायरल हुआ, तब कई लोगों ने इस पर सवाल खड़े कर दिए.
लोगों ने पकड़ी बड़ी गलती
पर्यावरण प्रेमियों ने इसी साल का 13 फरवरी वाला एक वीडियो शेयर कर दावा कर दिया कि एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी द्वारा शेयर किया गया वीडियो असल में MALAMAL Game Resaerve का है. उनकी तरफ से बकायदा उस पुराने वीडियो भी शेयर किया गया है. अब जब राजीव गुप्ता को अपनी गलती का अहसास हुआ तो उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि मेरी तरफ से शेरों की सुरक्षा को लेकर एक गलत वीडियो शेयर कर दिया गया था. फॉरेस्ट अधिकारी श्याम टिकाघर ने इस सिलसिले में पहले ही माफी मांग ली है. अगली बार वीडियो शेयर करने से पहले डबल चेक किया जाएगा.
It is regretted that a wrong video was posted along with statement of Lion safety in Gir landscape.PCCF(Wild Life)Sh Shyamal Tikadar has apologised for his lapse & indiscretion.Inconvenience &confusion caused is sincerely regretted with an assurance for double caution in future. pic.twitter.com/ibs6n31LCU
— Dr Rajiv Kumar Gupta (@drrajivguptaias) May 21, 2021
अब किसी अधिकारी की तरफ से यूं गलत वीडियो का शेयर करना और फिर उस पोस्ट में पीएम-सीएम को टैग करना बड़ी लापरवाही है. माफी तो मांग ली गई है, लेकिन लोगों के मन में सवाल तो खड़े हो गए हैं. अगर किसी वीडियो को बिना चेक करे ही यूं सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, तो इससे डिपार्टमेंट की तो छवि खराब होती ही है, विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हो जाते हैं.