गुजरात में आतंकी हमले की आशंका के चलते राज्य की सीमाओं पर अलर्ट घोषित किया गया है और पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है. सूबे के डीजीपी शिवानंद झा के आदेश के बाद गुजरात से जुड़ती राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही सभी सीमाओं पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर हर आने-जाने वाले पर पैनी नजर रखी जा रही है.
दरअसल, खुफिया विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद गुजरात आंतकियों के निशाने पर है. खुफिया जानकारी के मुताबिक जन्माष्टमी के दौरान आतंकी किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. इसी जानकारी के मद्देनजर रतनपुर के पास और मध्य प्रदेश-गुजरात सीमा पर दाहोद के पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यही नहीं बॉर्डर पर ड्यूटी करने वाले गुजरात पुलिस के जवानों को बुलेटप्रुफ जैकेट मुहैया कराई गई हैं ताकि वह किसी भी हालात से निपटने को तैयार हो सकें.
खुफिया विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक गुजरात में चार अफगानी पासपोर्ट धारकों के घुसे होने की आशंका के बाद यह अलर्ट जारी हुआ है. एटीएस को शक है कि कुछ संदिग्ध पाकिस्तानी आंतकियों के इशारों पर राज्य में किसी आतंकी घटना को अंजाम दे सकते हैं.
जन्माष्टमी पर लगते हैं मेले
गौरतलब है कि गुजरात में जन्माष्टमी के मौक पर बॉर्डर पर श्यामलाजी, द्वारिका और सौराष्ट्र में मेले लगते हैं. इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाने गुजरात पहुंचते हैं. ऐसे में किसी भीड़-भाड़ वाले इलाके में आतंकी वारदात का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है.
अलर्ट के बाद से गुजरात पुलिस ज्यादा मुश्तैदी से सीमाओं की सुरक्षा में लगी हुई है ताकि त्योहार पर किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. वहीं गुजरात के डीजीपी भी सभी जिला अधिकारियों से सपंर्क बनाए हुए हैं और उनसे हर इलाकों की सुरक्षा के बारे में जानकारी मांगी जा रही है.
बता दें कि 9 अगस्त को इंटेलीजेंस ब्यूरो की ओर से जारी खुफिया रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की ओर से समर्थित जेहादी आतंकी गुट जम्मू कश्मीर और उसके बाहर बड़ी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं.