2014 लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुटे बीजेपी के पीएम पद के उम्मीवार नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. बीजेपी के मिशन 272 के लिए अहमदाबाद में विजय शंखनाद युवा संगम सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'दिल्ली में बैठे लोगों को लगता है कि एक चाय बेचने वाले का बेटा हमारे ऊपर सवाल उठा रहा है. इसी वजह से वो डरे हुए हैं और मोदी को निशाना बनाने का मौका ढूंढ रहे हैं.'
मोदी ने कहा, 'कांग्रेस के लोग मौके की तलाश में रहते हैं, कब मोदी को मारा जाए. कब मोदी को पीटा जाए.
मेरे कांग्रेस के मित्रों, तुम सीबीआई का घेरा डाल सकते हो. कोर्ट कचहरी
में उलझा सकते हो. मगर हम जन्मों जन्मों के लिए भारत मां की सेवा का व्रत
लेकर आए हैं. इस जन्म में सौभाग्य नहीं मिलेगा. अगले जन्म में आएंगे. मां
भारती की सेवा करेंगे.'
उन्होंने कहा, 'हम सेवा के लिए निकले हैं. पद प्रतिष्ठा के लिए धर्म
नहीं छोड़ेंगे. लेना, पाना, बनना ये कभी जिंदगी का मकसद नहीं रहा है. हम
सत्य के लिए भिड़ने वालों में से हैं. इसीलिए आपके सारे चेले चपाटे बिना
समझे आपकी भक्ति करने के लिए, हमारे बाल बेचने के लिए मैदान में आते हैं.'
कांग्रेस पर मोदी का हमला जारी रहा. उन्होंने कहा, 'ये देश के नौजवानों को कैसे मूरख बनाते हैं. देश के नौजवानों के साथ किस प्रकार से खेल खेलते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी. पिछले बजट में भारत सरकार ने हिंदुस्तान के नौजवानों को स्किल डिवेलपमेंट के लिए एक हजार करोड़ रुपयों का बजट घोषित किया. क्या हुआ. कांग्रेस की युवा फौज गीत गाने लगी. कभी किसी ने उनका हिसाब नहीं मांगा. मैं आज उनका हिसाब आपको सुना रहा हूं नौजवानों. क्या किया उन्होंने.'
मोदी ने कहा, 'उन्होंने कहा था कि 10 लाख नौजवानों को स्किल डिवेलपमेंट की ट्रेनिंग करेंगे. इसके लिए उन्होंने एक हजार करोड़ रुपयों का बजट लगाया. इसके लिए एक हजार करोड़ का बजट लगाया. अब तक सिर्फ 18,352 लोगों की ट्रेनिंग की. कहां 10 लाख का दावा और कहां ये सच. 5 फीसदी भी काम नहीं हुआ. और इस बार फिर वोट ऑन अकाउंट में नौजवानों को अच्छा लगे, इसलिए फिर कुछ रकम की घोषणा कर दी. भाइयों-बहनों ये घोषणाएं करते रहते हैं. अगर कांग्रेस की जो काम करने की शैली है, अगर उसी तरह से काम करते रहे, तो ये एक लाख नौजवानों को ट्रेन करते करते उनको कम से कम 20 साल लग जाएंगे और बीस साल के बाद क्या होगा भाइयों. यही इनकी सोच रही, कैसे नौजवानों की आंखों में धूल झोंकते हैं.'
गुजरात के सीएम ने कहा, 'इसलिए भाइयों बहनों, वक्त का तकाजा है. हमें इन लोगों को देखने का नजरिया भी बदलना होगा. उनकी बातों पर भरोसा नहीं कर सकते. इसलिए मेरे नौजवानों, एक नए आशा और विश्वास के साथ मैं आपसे कहने आया हूं. नजर को बदलो तो नजारे बदल जाएंगे. सोच को बदलो तो सितारे बदल जाएंगे. इसलिए मैं कहने आया हूं कि आप को जरूरत है उस सोच वाले लोगों की. जो अपने दिल दिमाग से थोड़ा सा भी बदलाव लाकर स्थितियों को पलट सकते हैं और इसलिए मेरे नौजवान मित्रों, 2014 का चुनाव, हमारे देश के नौजवानों के जुनून पर निर्भर करता है.'
मोदी ने शायद पहली बार अपनी चुनावी सभा में कविता पाठ भी किया. उन्होंने कहा...
अपने सपनों और आशा को लेकर नौजवान सामने आया है.
सवार हो जाए जुनून सिर पे, कि कुछ कर दिखाना है.
रह जाएगा क्या जग में, कि जो हाथ नहीं आना है.
उन्होंने कहा, 'इस उम्मीद के साथ उस जुनून को लेकर चलना है. मुझे विश्वास है मित्रों, अगर हम उस जुनून के साथ चलते हैं. देश की वर्तमान हालत हमें ललकार रही है. देश के पास आज इस सरकार को देखें. न नेता है, न नीति है और न नीयत है. मेरे भाइयों-बहनों, ये देश को कहां ले जाएंगे, इसका आप अंदाजा लगा सकते हैं.
मेरे नौजवान साथियों. ये बात सही है कि आंधी चल रही है. ये परिवर्तन की आंधी है. ये आंधी देखते ही देखती सुनामी में बदलने वाली है. कांग्रेस बच नहीं सकती. ये देश कांग्रेस को माफ नहीं करेगा और आपातकाल के बाद कांग्रेस को सजा दी थी, उससे भी अधिक गंभीर सजा इस चुनाव के अंदर देश की जनता कांग्रेस को करने वाली है. शायद यह पहला चुनाव है, जहां वोटिंग से पहले जनता ने फैसला कर लिया है.
भाइयों-बहनों, हमारे देश में करोड़ों करोड़ों नौजवानों को स्किल डिवेलपमेंट पर बल मिलना चाहिए. हमारे नौजवानों को अवसर मिलना चाहिए. मुझे विश्वास है मित्रों एक नई हवा, एक नई सोच, रक्त में नया जोश, एक नई जवानी, आने वाले दिनों में देश में परिवर्तन लाने वाली है. आज मैं एक कविता मुझे पसंद आई. मैं आपको सुनाना चाहता हूं.और उस कवि को भी बधाई देता हूं, जिसने मुझे कविता भेजी है. आज के मूड को पूरी तरह दिखाती है.
मोदी ने फिर एक कविता कही...
सौगंध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा.
मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा.
मेरी धरती, मुझसे पूछ रही,
कब मेरा कर्ज चुकाओगे
मेरा अंबर मुझसे पूछ रहा
कब अपना फर्ज निभाओगे
मेरा वचन है भारत मां को
तेरा शीश नहीं झुकने दूंगा
सौगंध मुझे इस मिट्टी की
मैं देश नहीं मिटने दूंगा.
वो लूट रहे हैं सपनों को
मैं चैन से कैसे सो जाऊं
वो बेच रहे हैं भारत को
खामोश कैसे हो जाऊं