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तांत्रिकों के कार्यक्रम में पहुंचे गुजरात के 2 मंत्री, बताया- दैवीय शक्तियों का साधक

गुजरात कैबिनेट के दो मंत्रियों को बाटोड़ में तांत्रिकों के कार्यक्रम में शिरकत करते देखा गया. कमाल की बात ये है कि इनमें से एक मंत्री के पास गुजरात का शिक्षा मंत्रालय है तो दूसरे के पास सामाजिक न्याय विभाग है.

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गुजरात कैबिनेट के दो मंत्रियों को तांत्रिकों के कार्यक्रम में शिरकत
गुजरात कैबिनेट के दो मंत्रियों को तांत्रिकों के कार्यक्रम में शिरकत

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गुजरात कैबिनेट के दो मंत्रियों को बाटोड़ में तांत्रिकों के कार्यक्रम में शिरकत करते देखा गया. कमाल की बात ये है कि इनमें से एक मंत्री के पास गुजरात का शिक्षा मंत्रालय है तो दूसरे के पास सामाजिक न्याय विभाग है.

ये था पूरा मामला
दोनों मंत्रियों के नाम भूपेंद्र सिंह चूड़ास्मा और आत्माराम परमार हैं. बता दें कि जब वो वहां गए थे तो उनके सामने एक तांत्रिक पूरी ड्रामेबाज़ी में मशगूल था. इसके साथ ही ये दोनों मंत्री वहां बैठ कर सब कुछ देख रहे थे. दोनों मंत्री चुप्पी साधे अंधविश्वास को अपना समर्थन दे रहे थे. दोनों मंत्रियों ने वहां उपस्थित 100 तांत्रिकों से हाथ मिलाया. यहां तक की शिक्षा मंत्री चूड़ास्मा ने तो तांत्रिकों को दैवीय शक्तियों का साधक कह कर उनका हौसला तक बढ़ाया. जिस व्यक्ति का काम शिक्षा के माध्यम से अंधविश्वास कम करना है, वो ही इसे बढ़ावा दे रहा है. बता दें इस कि इंविटेशन कार्ड के हिसाब से पूरे कार्यक्रम का आयोजन बीजेपी की स्थानीय इकाई ने किया.

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जब दोनों मंत्री इस आयोजन में उपस्थित हुए तो उसके कुछ समय बाद ही इसका वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके साथ ही इस बात ने धीरे-दीरे तूल पकड़ लिया.

अंधविश्वास को बढ़ाना एक शर्मनाक हरकत
इस घटना को लेकर, गैर-सरकारी संगठन 'भरत जन विज्ञान जत के प्रमुख जयंत पंड्या ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री विजय रुपानी को लिखना होगा. उन्होंने कहा कि वो इस पत्र में लिखेंगे की अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले इन आयोजनों में शामिल होने वाले मंत्रियों पर रोक लगाई जाए. उन्होंने कहा कि मैंने पहली बार ऐसा देखा है कि मंत्री ऐसे आयोजनों में भाग ले रहे है. जहां भूत-प्रेतों को सम्मानित किया जाता है. साथ ही अंधविश्वास को बढ़ाया जाता है. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही शर्मनाक हरकत है.

बचाव में बोले चूड़ास्मा
इस पर चूड़ास्मा ने बचाव करते हुए कहा कि मैं वहां उपस्थित हुआ क्योंकि में दैवीय शक्ति की पूजा करता हूं. मैं अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं दे रहा था.

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