गुजरात के वडोदरा में बुधवार को मूसलाधार बारिश से आम लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया. वडोदरा में 14 घंटे में 18 इंच बारिश दर्ज की गई. इससे सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे लोगों को आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. जलभराव के चलते लोगों के वाहन सड़कों में फंस गए हैं. इस बारिश के चलते वडोदरा के जिला कलेक्टर ने सभी सरकारी, प्राइवेट और वीएमसी के स्कूलों को गुरुवार को बंद करने का आदेश दिया है.
वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी वडोदरा में हुई बारिश और वहां के हालात का जायजा लेने गांधीनगर के स्टेट कंट्रोल ऑफिस पहुंचे. उन्होंने आपातकालीन सेवाओं को लेकर बैठक भी की. इसके साथ ही आपातकालीन हालात से निपटने के लिए प्रशासन ने 24 घंटे एक्टिव रहने वाले इमरजेंसी कंट्रोल रूम को शुरू किया है. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-233 0265, 0265-2423101 और 0265-2426101 जारी किए गए है. इन नंबरों पर कॉल करके सहायता मांगी जा सकती है.
एयरपोर्ट बंद और ट्रेनों को किया गया रद्द
वडोदरा एयरपोर्ट को एक अगस्त सुबह नौ बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है. इस दौरान एयरपोर्ट में किसी भी विमान को न उतारा जाएगा और न ही कोई विमान उड़ान भरेगा. इसके अलावा वडोदरा मंडल के वडोदरा स्टेशन और उसके आसपास भारी बारिश और जलभराव के चलते कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.
कुछ ट्रेनों को 31 जुलाई और कुछ ट्रेनों को एक अगस्त को रद्द किया गया है. वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस 31 जुलाई और मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेस को एक अगस्त को रद्द कर दिया गया है. वडोदरा-कोटा पैसेंजर को वडोदरा व दाहोद के बीच 31 जुलाई को रद्द किया गया है.
महाराष्ट्र में विहार झील का पानी ओवरफ्लोMaharashtra: Vihar Lake that supplies water to Mumbai residents is overflowing. This is the fourth lake in the city to overflow. (July 31) pic.twitter.com/yOv81PdFEN
— ANI (@ANI) July 31, 2019
वहीं महाराष्ट्र में भी बारिश ने तबाही मचाई हुई है. बीते दिनों भारी बारिश के चलते अब महाराष्ट्र में विहार झील का पानी ओवरफ्लो हो गया है. बारिश के चलते झील में लबालब पानी भरा हुआ था जो अब बाहर निकल रहा है.
बारिश से तापमान में गिरावट
जहां इस मूसलाधार बारिश ने एक ओर लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं, तो दूसरी ओर इससे वडोदरा के लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है. वहीं, मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों तक मूसलाधार बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है. इस दौरान भूस्खलन और जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर पत्थर गिरने की आशंका जताई जा रही है.
सूबे के रामबन और बनिहाल के बीच भूस्खलन की सबसे ज्यादा आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा उधमपुर जिले में बारिश से दो घर ढह गए, जिसमें 12 लोग घायल हो गए और एक नाबालिग की मौत हो गई.
सामान्य से ज्यादा रही बारिश
वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि इस बार जुलाई महीने में पूरे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई. साथ ही अगले पांच दिनों तक देश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग का कहना है कि जुलाई की शुरुआत तक देश के 23 फीसदी हिस्से में बारिश हुई थी, लेकिन अगस्त के आखिर तक 99 फीसदी हिस्से को कवर किया गया.
मौसम विभाग के मुताबिक जुलाई में बारिश ने मुंबई, ठाणे और पुणे के 112 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. मुंबई में जुलाई में 1908 से सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा ठाणे और पुणे में 1901 के बाद से सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई. इसके साथ ही मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, तेलंगान और नगालैंड में गुरुवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई.