गुजरात के वड़ोदरा में एक व्यक्ति खुद को पीएमओ का अफसर बताते हुए प्राइवेट स्कूल में दो बच्चों का एडमिशन कराने पहुंचा. उसने फर्जी पहचान के जरिए बड़ी रकम ठगने की कोशिश भी की. इस मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी.
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को मयंक तिवारी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. शहर के वाघोडिया पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी ने खुद को नई दिल्ली में पीएमओ में निदेशक (रणनीतिक सलाहकार) के रूप में अपनी पहचान बताई. उसका एक प्राइवेट स्कूल और उसके ट्रस्टी से उसका संपर्क हो गया था. इसी बीच एक व्यक्ति ने आरोपी मयंक से अपने दो बच्चों के एडमिशन की बात कही.
इस पर मयंक ने स्कूल वालों से कहा कि उसके पारिवारिक मित्र का ट्रांसफर हो रहा है. स्कूल में उनके दो बच्चों का एडमिशन होना है. इसी के साथ आरोपी ने कई लालच भी दिए.
संदेह होने के बाद झूठ से उठा पर्दा
एफआईआर में कहा गया है अपनी बातों से प्रभाव में लेकर आरोपी ने दो बच्चों का एडमिशन करा दिया. कुछ महीने बाद ट्रस्टी को मयंक तिवारी के पीएमओ अधिकारी होने पर संदेह हुआ. ट्रस्टी ने लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि मयंक कोई पीएमओ का अधिकारी नहीं है. इसके बाद ट्रस्टी ने महीने स्कूल प्रशासन को सतर्क कर दिया.
शिकायत पर केस दर्ज कर पुलिस ने किया अरेस्ट
स्कूल प्रशासन की शिकायत पर वाघोडिया पुलिस ने शुक्रवार को मयंक तिवारी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि इससे पहले इससे पहले अहमदाबाद के रहने वाले किरण पटेल को खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का वरिष्ठ अधिकारी बताते हुए जम्मू-कश्मीर के फाइव स्टार होटल में ठहरा था, जहां उसे सुरक्षा कवर भी मिला था.
(एजेंसी)