संसदीय प्रणाली के तहत विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी का अपना ही महत्व होता है. सदन में इस कुर्सी को सबसे ऊंचा दर्जा हासिल है, यदि इस कुर्सी पर किसी को अध्यक्षता मिलती है तो उसके अलावा और कोई भी उस कुर्सी पर नहीं बैठ सकता. अगर इसका उल्लंघन होता है, तो कुर्सी के साथ उस पर बैठने वाले की भी गरिमा पर सवाल उठता है.
लेकिन गुजरात में सत्ता के नशे में मदमस्त बीजेपी कार्यकर्ताओं को विधानसभा अध्यक्ष की गरिमा का भान नहीं है. वडोदरा महानगर पालिका के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता राहुल परमार ने गुजरात विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी पर बैठकर फोटो खिंचवाई और उसे सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया.
राहुल परमार की इस हरकत पर गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे सदन की गरिमा का अपमान बताया है.
दरअसल, वडोदरा में आरटीआई एक्टिविस्ट के तौर पर काम करने वाले राहुल परमार अपने वॉर्ड नंबर 7 के कार्यकर्ताओं के साथ गुजरात विधानसभा देखने के लिये गए थे, जहां उन्होंने सदन के अंदर जाकर फोटो लिए और इतना ही नहीं उसे सोशल मीडिया के जरिए वायरल भी किया.
राहुल परमार की बचकानी हरकत के बारे में जैसे ही विपक्षी दल को पता चला, आनन-फानन में उन्होंने फेसबुक से अपनी पोस्ट डिलीट कर दी. बीजेपी कार्यकर्ता की इस हरकत पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने हमला बोला है.
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कांग्रेस ने कहा, 'बीजेपी सत्ता के नशे में विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी का सम्मान करना भी भूल गई है.'