भारत और दुनिया के बड़े औद्योगिक समूह ने रविवार को शुरू हुए तीन दिवसीय वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में भारी निवेश व रोजगार सृजन की योजनाओं की घोषणा की. सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बानकी मून, अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी व अन्य वैश्विक नेताओं ने भाग लिया.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने इस दौरान कहा कि उनका समूह देश में अगले एक से डेढ़ साल में एक लाख करोड़ रुपये निवेश करेगा, वहीं आदित्य बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला ने राज्य में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की. विदेशी कंपनियों में ऑस्ट्रेलियाई खनन कंपनी रियो टिंटो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सैम वाल्श ने कहा कि समूह गुजरात में हीरे तराशने के क्षेत्र में 30,000 रोजगार का सृजन करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि एक बेहतर कारोबारी गंतव्य के रूप में राज्य के प्रति ऑस्ट्रेलिया का नजरिया सकारात्मक है.
वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन दो साल पर होने वाला वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन है. यह 2003 से हो रहा है. उस समय मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे और हमेशा देखा गया है कि इस सम्मेलन में भारत और दुनिया के दिग्गज उद्योगपति और कारोबारी अरबों डालर के निवेश की घोषणाएं करते रहे हैं. इस सातवें वायबेंट्र गुजरात शिखर सम्मेलन में मोदी ने कहा कि भारत में स्वस्थ और समावेशी वृद्धि के लिए कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था में मौजूदा अनिश्चितता को सबसे बड़ी चिंता बताया.
मोदी ने कहा कि दुनिया के विभिन्न देश भारत के साथ काम करने के लिए आगे आ रहे हैं और भारत भी गरीबी से लेकर पारिस्थतिकी से जुड़े मुद्दों पर वैश्विक नेतृत्व के साथ मिल कर काम करना चाहता है.
देश में व्यापक सुधारों की वकालत
वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने कहा कि भारत में समावेशी विकास के लिए लोन और सब्सिडी में सुधार जरूरी है. यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष और मास्टरकार्ड के सीईओ अजयपाल सिंह बंगा ने कहा कि अमेरिकी निवेशक भारत आना चाहते हैं और क्या किया जा सकता है व वे क्या करने में सक्षम है, इसके बीच के अंतर को पाटने के लिए वह यहां आए हैं.
उन्होंने कहा, 'दुनिया फिर से उठ खड़े हो रहे भारत के वादों को लेकर जागरूक हो रही है.' जापानी वाहन कंपनी सुजुकी कारपोरेशन के चेयरमैन ओसामू सुजुकी ने कहा कि गुजरात ढांचागत सुविधाओं और प्रशासन के लिहाज से बेहतर है. वह भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपनी एक आर्थिक पहचान बनाते हुए देख रहे हैं. गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राज्य एक वैश्विक कारोबार केंद्र बन गया है और इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन से हर कोई लाभान्वित होगा. भारतीय उद्योगपतियों में मुकेश अंबानी ने दुनियाभर की कंपनियों को राज्य में निवेश का न्यौता दिया, जबकि बिड़ला ने कहा, 'गुजरात के प्रति हमारा खास लगाव है और हमारी महत्वाकांक्षाएं इसी राज्य में पैदा हुई हैं.'
-इनपुट भाषा से