प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 साल पहले लिखे गए एक गाने पर अहमदाबाद में कुछ दृष्टिबाधित लड़कियों ने 'गरबा' किया. गाने का सार यह है कि गुजरात का पारंपरिक नृत्य 'गरबा' पूरी दुनिया को जोड़ता है और उसे भरपूर आनंद देता है.
भारत के विभिन्न हिस्सों में नवरात्र मनायी जा रही है, वहीं अहमदाबाद के 'अंध कन्या प्रकाश गृह संस्थान' की दृष्टिबाधित लड़कियों के एक समूह ने मोदी के लिखे गाने पर गरबा नृत्य पेश किया. सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया जा रहा है.
#WATCH Visually challenged girls performed a song which was written by PM @narendramodi pic.twitter.com/VVHbKrgwnc
— ANI (@ANI) October 13, 2018
प्रधानमंत्री ने लोगों को नवरात्र की शुभकामनाएं देते हुए लड़कियों के नृत्य का वीडियो पोस्ट किया. उन्होंने वीडियो का लिंक ट्विटर पर डालते हुए कहा, 'यह देखकर बहुत खुशी हो रही है. गरबा की भावना को इन बेटियों ने जीवंतता भर दी. सबके लिए एक शानदार नवरात्र की कामना करता हूं.'
हालांकि गरबा का जन्म गुजरात में हुआ, यह देश के विभिन्न हिस्सों और साथ ही उन देशों में भी लोकप्रिय है जहां भारतीय समुदाय के लोगों की अच्छी खासी आबादी है. गुजराती में लिखे गाने के बोल हिंदी में इस तरह हैं - 'गरबा दुनिया को जोड़ता है, उसे भरपूर आनंद देता है, उसे प्रकृति के साथ जोड़ता है. गरबा गुजरात की संपदा है, उसकी गौरवशाली विरासत और परंपरा है.'
इसके बोल हैं, 'गरबा गुजरात का गौरव और पहचान है. गरबा अमीर-गरीब सबको खुशी देता है और कल्याण का प्रतीक है. गरबा एक बांसुरी की तरह है, मयूरपंख की तरह है. गरबा गुजरात का है. गरबा सत्य है. गरबा मां का खूबसूरत 'कुमकुम' है. गरबा शक्ति है, गरबा समर्पण है.'