गुजरात को पहले गांधी का गुजरात और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात के तौर पर जाना जाता है. एक ओर जहां गुजरात में शराबबंदी के नियमों को सख्त बनाने के लिए नए-नए कानून बनाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस साल होने वाले वाइब्रंट गुजरात समिट के तहत 500 करोड़ के एमओयू वोडका प्लांट के लिए साइन करने के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है.
वाइब्रंट गुजरात में होने वाले एमओयू को करोड़ों अरबों तक पहुंचाने की चाहत में गुजरात सरकार के अधिकारिओं ने एसएमबी नाम की कंपनी के साथ गुजरात वोडका (शराब) का प्लांट शुरू करने की दरख्वास्त को मान लिया है. वाइब्रंट गुजरात के तहत ये एमओयू साइन किया जाएगा.
उद्योग विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वोडका कपंनी ने यहां वोडका उत्पादन के लिए यूनिट शुरू करने का प्रस्ताव रखा है. हालांकि इस यूनिट में एल्कोहलिक या नॉन एल्कोहलिक यूनिट रहेगा या नहीं ये अभी तक कंपनी ने साफ नहीं किया है.