प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना मंदिर बनाए जाने पर हैरानी और दुख जताया है. गुरुवार सुबह ट्वीट करके उन्होंने इसे संस्कृति के खिलाफ बताया और लोगों से अपना समय और संसाधन 'स्वच्छ भारत अभियान' को समर्पित करने की अपील की.
प्रधानमंत्री ने लिखा, 'मैंने खबर देखी कि मेरे नाम पर मंदिर बनाया जा रहा है. मैं भौंचक्का रह गया. यह चौंकाने वाली बात है और भारतीय परंपराओं के खिलाफ है. हमारी संस्कृति हमें इस तरह के मंदिर बनाना नहीं सिखाती. व्यक्तिगत रूप से मैं इससे दुखी हूं. लोगों से निवेदन है कि वह ऐसा न करें.'
Have seen the news about a Temple being built in my name. I was appalled. This is shocking & against India's great traditions.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2015
Building such Temples is not what our culture teaches us. Personally, it made me very sad. Would urge those doing it not to do it.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2015
If you have time & resources, please devote the same towards fulfilling our dream of a Clean India.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 12, 2015
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, 'अगर आपके पास समय और संसाधन हैं तो उसे स्वच्छ भारत का सपना साकार करने में लगाएं.'
मोदी के ट्वीट के बाद मंदिर का उद्घाटन रद्द
मोदी के ट्वीट के कुछ ही घंटों बाद मंदिर बनवा रहे पूर्व पार्षद रमेश उंधाड ने मोदी मंदिर का उद्घाटन कार्यक्रम रद्द कर दिया. मंदिर का उद्घाटन 15 फरवरी को किया जाना था. रमेश ने कहा कि अब वह भारत माता का मंदिर बनाएंगे. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी हमारे दिल में हैं. हम स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा लेंगे.' गौरतलब है कि गुजरात के राजकोट के एक गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंदिर बनाया गया है. जिस मंदिर में पहले उनकी एक फोटो हुआ करती थी, अब वहां उनकी मूर्ति स्थापित कर दी गई है. बताया जाता है कि करीब पौने दो लाख रुपयों की लागत से यह मूर्ति बनाई गई है.
PM Narendra Modi's temple built by BJP supporters in Rajkot (Gujarat) pic.twitter.com/eWeefwm2z8
— ANI (@ANI_news) February 12, 2015
मंदिर की खबर सामने आने के बाद से प्रधानमंत्री आलोचकों के निशाने पर हैं. बताया जाता है कि मोदी मंदिर बनने में करीब 4 साल का वक्त लगा. ओडिशा के एक मूर्तिकार ने उनकी मूर्ति बनाई. मंदिर में सुबह-शाम आरती होती है.वैसे भारत में किसी राजनेता का मंदिर बनाए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का मंदिर पहले ही बनाया जा चुका है. दक्षिण भारत में जीते-जागते इंसानों का मंदिर बनाए जाने का चलन रहा है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मंदिर पहले ही काफी चर्चित हो चुका है.