गुजरात के सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ कांड के एक गवाह आजम खान ने बीते शनिवार को एक निचली अदालत को बताया कि सोहराबुद्दीन ने गुजरात के पूर्व गृह मंत्री हरेन पंड्या की हत्या की थी. गवाह ने दावा किया कि गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा ने पंड्या की हत्या के कथित आदेश दिए थे.
सोहराबुद्दीन शेख फर्जी एनकाउंटर मामले में मुबई कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान सोहराबुद्दीन के पूर्व साथी और फिलहाल उदयपुर जेल में बंद गवाह आजम खान का भी बयान कोर्ट में दर्ज किया गया. आजम खान ने कोर्ट में जज के सामने अपना बयान दर्ज कराते हुए कहा कि सोहराबुद्दीन शेख ने उसे कहा था कि उसे डीजी वंजारा के जरिए हरेन पंड्या को मारने की सुपारी दी गई थी, जिसे उसने अंजाम भी दिया था.
पहली बार हरेन पंड्या मामले में सोहराबुद्दीन शेख का नाम आने के बाद इस मामले में डिस्चार्ज हो चुके रिटायर आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा ने कहा, 'पूर्व गृहमंत्री हरेन पंड्या हत्या मामला, सोहराबुद्दीन शेख और तुलसी प्रजापति एनकाउंटर केस की जांच सीबीआई कर रही थी. अब तक आजम खान ने सीबीआई में न सिर्फ अपना बयान दिया है, बल्कि न्यायिक बयान भी 164 के तहत दर्ज करवाया है.' ऐसे में सवाल उठता है कि आजम खान ने अब तक इस बात का जिक्र क्यों नहीं किया.
डीजी वंजारा ने यह भी कहा कि सीधे तौर पर हरेन पंड्या इस मामले में जुड़ा नहीं है. वैसे में खान का बयान कितना सच माना जा सकता है. वंजारा ने इस पूरे मामले में अपने खिलाफ साजिश होने का भी दावा किया है. हालांकि यह साजिश कौन कर रहा है, इसके बारे में वंजारा ने कुछ नहीं बोला.
गौरतलब है कि हरेन पंड्या की हत्या 2003 के मार्च महीने में हुई थी, जबकि सोहराबुद्दीन शेख का एनकाउंटर 2005 में हुआ था. हरेन पंड्या केस के आरोपियों को गुजरात हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट निर्दोष बताकर छोडट चुकी है.