आर्थिक तंगी और भाई को पढ़ाने के सपने के साथ 400 रुपए लेकर गुजरात के एक गांव की लड़की मुंबई गई थी. 12 साल में इस लड़की ने तरक्की की कई सीढ़ियां चढ़ी. 1 से ज्यादा ब्रांड्स के साथ काम किया. 150 से ज्यादा एडवाटाइजिंग का हिस्सा रहीं. लेकिन अब ये लड़की अपनी ग्लैमर से भरी दुनिया छोड़ कर छोटे से गांव की सरंपच बनना चाहती हैं. ऐश्रा पटेल, ये गुजरात के छोटा उद्देपुर के कावीठा गांव की रहने वाली हैं. ऐश्रा कहती हैं कि लॉकडाउन के वक्त जब वो गांव में रहीं तब उन्होंने यहां के लोगों की तकलीफ समझी. ऐश्रा ने कहा कि वो पूरी दुनिया घूम चुकी हैं और दुनिया बहुत ज्यादा आगे बढ़ गयी है लेकिन उनका गांव जहां था अब भी वहीं है. देखें ये रिपोर्ट.