समाजसेवी और आईआईएमसी की पूर्व छात्रा (28) ने कथित रूप से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. पुलिस ने बताया कि फरीदाबाद के सेक्टर-3सी, एनआईटी की रहने वाली अंशु सचदेवा ने शनिवार को अपने कमरे में पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली.
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की रात युवती अपने कार्यालय से लौटी और अपने कमरे में आराम करने चली गई. बहरहाल, बाद में जब उसकी मां तड़के तीन बजे उठीं तब उन्होंने पीड़िता के कमरे से कुछ तरल पदार्थ निकलते देखा. उन्होंने बताया कि पीडि़ता की मां ने जैसे ही दरवाजा खोला उन्होंने अपनी बेटी का शव उसके दुपट्टे से पंखे से लटकता हुआ पाया.
सचदेवा भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) की पूर्व छात्रा थीं और वह दिल्ली में एक गैर सरकारी संगठन एसटीआईआर एजुकेशन (स्कूल्स एंड टीचर्स इनोवेटिंग फॉर रिजल्ट्स) के साथ एजुकेशन लीडर के तौर पर काम कर रही थीं. पीड़िता के पिता मनोज सचदेवा की शिकायत पर इस संबंध में एसजीएम नगर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज की गई. मनोज सचदेवा ने पुलिस को सूचित किया कि उनकी बेटी की शादी उसके दोस्त और उसके साथ पढ़ने वाले हिमांशु सिंह के साथ तय हुई थी. पुलिस ने बताया कि दोनों परिवारों के बीच शुरुआती विरोध के बाद 28 मार्च को दोनों की सगाई हुई.
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के परिवार ने आरोपी सिंह पर उसे खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया है. बहरहाल, सिंह ने शुक्रवार को पीड़िता से बात होने से इंकार किया और कहा कि सचदेवा ने उसे कई फोन किए थे लेकिन वह उठा नहीं सका. उसने यह भी बताया कि वह नहा रहा था इसलिए वह फोन नहीं उठा पाया. सिंह ने बताया कि सचदेवा ने उसे भेजे आखिरी संदेश में लिखा था, मैं जा रही हूं. पुलिस ने बताया कि पीड़िता के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ और जांच जारी है.
- इनपुट भाषा