रोहतक गैंग रेप मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि चौथे आरोपी को जल्द गिफ्तार किए जाने का दावा किया जा रहा है. हरियाणा के डीजीपी डॉ. केपी सिंह ने कहा कि पांचवें आरोपी का पीड़िता ने सिर्फ नाम बताया है, उसकी कोई पहचान न होने के चलते गिरफ्तारी में दिक्कत आ रही है.
डीजीपी ने कहा कि पुलिस युवती की शिकायत के आधार पर इसे पूरी तरह गैंग रेप का मामला मान कर जांच कर रही है. इस मामले में पुलिस जल्द ही पीड़िता के मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराएगी. 13 जुलाई को रोहतक में दलित युवती से पांच युवकों द्वारा गैंगरेप का मामला सामने आया था. युवती की शिकायत पर पुलिस ने पांचों युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
सिंह ने बताया कि इसी युवती ने 2013 में भी इन्हीं युवकों के खिलाफ अपहरण और गैंग रेप का मामला दर्ज करवाया गया था, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिफ्तार कर लिया गया था और तीन के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिले थे. उन्होंने बताया कि पीड़िता ने न्यायिक दंड अधिकारी के समक्ष दिए बयान में कहा था कि वह इन युवकों के साथ अपनी मर्जी से गई थी और उस समय किसी ने उसका अपहरण नहीं किया था. लेकिन कुछ दिनों के अंतराल के बाद परिवार के दबाव में पीडिता ने दंड अधिकारी के समक्ष दिए दूसरे बयान में आरोप लगाया कि उसे दो युवक लिफ्ट देकर अनजान जगह पर ले गए इस दौरान पांच युवकों ने उसे साथ सामूहिक बलात्कार किया.
पुलिस प्रमुख ने बताया कि उस समय युवती के बयानों के आधार पर पुलिस ने अमित और जगमोहन का चालान कोर्ट में पेश किया एवं अन्य के खिलाफ पर्याप्त सबूत न होने के कारण उन्हें कॉलम नम्बर 2 में रखा गया. जांच के दौरान पीड़िता के परिवार ने धारा 319 के तहत आवेदन करके शेष तीन अभियुक्तों को समन कर उनसे पूछताछ करने को कहा लेकिन भिवानी के जिला एवं स्तर न्यायालय ने उनका आवेदन रद्द कर दिया.
ढाई महीने पहले मिली थी दो आरोपियों को जमानत
पीडिता का परिवार इस आदेश के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट भी गया. इसी दौरान अमित एवं जगमोहन को कोर्ट से करीब ढाई महीने
पहले जमानत मिल गई. अब पीडिता ने 13 जुलाई को अमित और जगमोहन सहित संदीप मौसम और आकाश के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का
मामला दर्ज करवाया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बाकी की तलाश जारी है.
डीजपी ने किया क्राइम का ग्राफ कम होने का दावा
केपी सिंह ने यह भी कहा कि पिछले 10 सालों की तुलना में प्रदेश में पिछले दो सालों में महिलाओं के प्रति होने वाले क्राइम का ग्राफ भी काफी
कम हुआ है. पिछले साल राज्य में रेप के 520 मामले दर्ज किए गए, जबकि अपहरण के 825 मामले और महिलाओं से छेड़छाड़ के 863 मामले
दर्ज हुए.