विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भारत के हितों को वैश्विक मंचों पर रखने की ठानी है और कुछ लोगों की आलोचना उन्हें उनके नए दायित्व से विचलित नहीं कर पाएगी.
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विदेश मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए खुर्शीद ने स्पष्ट किया कि उनकी पत्नी लुइस फर्नाडीस द्वारा संचालित एक गैर सरकारी संगठन पर इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से उत्पन्न झमेलों में वह नहीं फंसेंगे.
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यह पूछे जाने पर कि निर्वाचन क्षेत्र में आईएएसी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने उनके खिलाफ गुरुवार को रैली की थी, उस पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मैं आश्वस्त नहीं हूं कि कोई मेरे निर्वाचन क्षेत्र (फर्रुखाबाद) में घूमकर दुष्प्रचार कर रहा है और अगर कोई ऐसा है तो उसे अपना ध्यान उस निर्वाचन क्षेत्र से हटाना होगा. एक विदेश मंत्री होने के नाते मैं विदेश में देश का प्रतिनिधित्व करूंगा, किसी पार्टी का नहीं.
उन्होंने कहा कि बैनर के साथ या बिना उसके भारत के लिए बोलना हमारी जिम्मेदारी है. मैं किसी वर्ग या समुदाय के लिए नहीं बोलूंगा.
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खुर्शीद ने कहा कि जहां तक असहमति से निपटने का सवाल है, इसके लिए कई लोग और पार्टी के पदाधिकारी हैं जिन्हें अपने दायरे में रहते हुए विवादों से निपटने का अधिकार प्राप्त है. विदेश मंत्री की भूमिका घरेलू असहमति से विचलित हुए बिना वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करना है.
पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह की संसद भंग करने की मांग के बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एक सेवानिवृत्त व्यक्ति होने के नाते जनरल सिंह अपने मन मुताबिक बोलने के लिए स्वतंत्र हैं.