लोकसभा चुनाव में हार के बाद बिखरने से बची आम आदमी पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले ही दो फाड़ हो गई. चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी के हरियाणा के दो बड़े नेता योगेंद्र यादव और नवीन जयहिंद के बीच विवाद बढ़ता दिख रहा है.
आम आदमी पार्टी ने सोमवार को आधिकारिक रूप से कहा था कि पार्टी हरियाणा विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेगी. यह निर्णय करनाल में योगेंद्र यादव की अगुवाई में हुई पार्टी की वर्किंग कमेटी की मीटिंग में लिया गया था. इसके बाद स्टेट वर्किंग कमेटी ने प्रस्ताव पास कर पार्टी हाई कमांड को भेजा था.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी पिछले महीने इशारा किया था कि पार्टी दिल्ली पर फोकस करेगी, और हो सकता है कि हरियाणा का चुनाव ना लड़े. ऐसे में नवीन जयहिंद के बयान ने पार्टी के भीतर के गतिरोध को उजागर कर दिया है.
नवीन जयहिंद ने कहा, 'अभी पार्टी की तरफ से हरियाणा में चुनाव नहीं लड़ने का कोई फैसला नहीं हुआ है. इस बारे में पार्टी की पंजाब में 25, 26 और 27 जुलाई को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में फैसला लिया जाएगा.' उन्होंने कहा, 'अगर पार्टी का कैडर बूथ लेवल पर होगा, तभी हरियाणा में चुनाव लड़ा जाएगा. इसका फैसला पंजाब में 25 से 27 जुलाई तक होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद लिया जाएगा.'
गौरतलब है कि योगेंद्र यादव और नवीन जयहिंद के बीच की रस्साकशी जगजाहिर है और इसको लेकर पार्टी में मतभेद की खबरें आती रही हैं. लोकसभा चुनाव में हार के बाद जयहिंद से अपने विवादों को लेकर यादव ने इस्तीफा दे दिया था.
जयहिंद ने साथ ही यह भी जोड़ा कि पार्टी का संगठन अगर मजबूत हो तभी चुनाव लड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'वे नेता बनने के लिए राजनीति में नहीं आए है, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन चाहते है.'