लगता है 'खुद को ईश्वर' बताने वाले बाबाओं के बुरे दिन चल रहे हैं. विवादित 'स्वयंभू गॉड' रामपाल के बाद हरियाणा के ही एक और बाबा कोर्ट के निशाने पर आ गए हैं. सिरसा में डेरा जमाए सच्चा सौदा के मुखिया गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ पंचकुला की सीबीआई कोर्ट ने शिकंजा कस दिया है. 15 नवंबर को दिए अपने फैसले में कोर्ट ने कहा कि राम रहीम के खिलाफ रेप और हत्या के मामलों की अलग-अलग सुनवाई होगी.
राम रहीम के खिलाफ डेरा निवासी के यौन उत्पीड़न के मामले की अगली सुनवाई कोर्ट ने 29 नवंबर को तय की. वहीं, दो हत्याओं के मामले की सुनवाई 6 दिसंबर को होगी. हालांकि राम रहीम इस दौरान सुनवाई के लिए कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए, बल्कि सिरसा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
इससे पहले 14 नवंबर को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने रेप, हत्या और कोर्ट की अवमानना के मामले में वांछित बाबाओं को कोर्ट में पेश करने के मामले में नाकाम हरियाणा सरकार को लताड़ लगाई थी. अक्टूबर महीने में कोर्ट ने राम रहीम के खिलाफ रेप और हत्या के मामले से जुड़े सारे दस्तावेज मांगे थे.
14 नवंबर को राम रहीम के खिलाफ ताजा याचिका पर सुनवाई के दौरान जस्टिस के. कन्नन ने कहा, 'अदालतें बाबाओं के आदेश से नहीं चलती. फर्जी बाबा लोग अपने आपको समझते क्या हैं? उन्हें पता होना चाहिए कि भगवान कृष्ण ने भी कुछ समय जेल में बिताया था. अदालतों को न्यायाधीश चलाते हैं, बाबा नहीं.'
गौरतलब है कि साल 2002 में राम रहीम के दो भक्तों ने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पंजाब के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर राम रहीम के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था. इसके बाद कोर्ट ने सितंबर 2002 में सीबीआई जांच का आदेश दिया था, इस मामले में 30 जुलाई 2007 को चार्जशीट फाइल हुई थी.
राम रहीम पर चौटाला का हमला
उधर, हरियाणा के नेता विपक्ष और इनेलो लीडर अभय चौटाला ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी का समर्थन करने वाले राम रहीम के खिलाफ जंग छेड़ दी है. गुरुवार को सोनीपत में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चौटाला ने कहा, 'डेरा के समर्थन ने हरियाणा में राजनीतिक समीकरण बदल दिए और इनेलो को इसकी कीमत चुकानी पड़ी.'
चौटाला ने कहा, 'इनेलो का रास्ता रोकने वाला बाबा बच नहीं सकता. एक बाबा जेल चला गया, दूसरा भी उसी के रास्ते पर जाएगा. बीजेपी भी उसे बचा नहीं पाएगी.'