बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर उत्तेजक बयान देते हुए हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने राम भक्तों से कहा है कि वे अयोध्या में भव्य मंदिर बनवाकर देश के चेहरे पर लगे धब्बे को हटाएं. विज इससे पहले भी ऐसे कई भड़काऊ बयान दे चुके हैं.
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुगल बादशाह बाबर ने अपनी ताकत का इस्तेमाल कर अयोध्या में राम मंदिर को ध्वस्त कर मस्जिद बनवा दी और अब राम भक्तों को यह धब्बा हटाना चाहिए.
अनिल विज ने हिंदी में ट्वीट करते हुए कहा, ‘जब बाबर ताकतवर था, उसने राम मंदिर तोड़कर वहां एक मस्जिद बनवा दी. उसने ऐसा किसी कानून के अनुसार नहीं किया था. जब रामभक्त शक्तिशाली हुए, उन्होंने मस्जिद को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने आधा काम किया है, जिस दिन वह और ताकतवर होंगे, वह वहां मंदिर का निर्माण करेंगे और हिसाब बराबर कर लेंगे.’
जब बाबर ताकतवर था उसने राम मंदिर तोड़ कर वहां मस्जिद बनवा दी । उसने किसी कानून के तहत थोड़ा यह काम किया था । जिस दिन रामभक्त ताकतवर बने उन्होंने मस्जिद तोड़ दी । आदा काम कर दिया जिस दिन और शक्तिशाली बनेंगे वहां मन्दिर बना कर हिसाब पूरा करदेंगे ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) December 6, 2018
हरियाणी के मंत्री से जब उनके ट्वीट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अपनी टिप्पणी दोहराते हुए रामभक्तों से अयोध्या में विवादित स्थल पर मंदिर बनाने के लिए कहा. अतीत में अपने बयान से विवाद पैदा करने वाले विज ने कुछ दिन पहले लोगों से राम मंदिर निर्माण पर अपना रुख साफ करने के लिए कहा था.
उन्होंने कहा था कि समय आ गया है कि प्रत्येक व्यक्ति, राजनीतिक दल और धार्मिक एवं सामाजिक संगठन को इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करना चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट में है मामला
आपको बता दें कि एक तरफ कई पक्षों की तरफ से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केन्द्र सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है, तो वहीं अभी रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट में इसको लेकर जनवरी, 2019 में सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई आस्था के आधार पर नहीं बल्कि जमीन विवाद के हिसाब से हो रही है.
गौरतलब है कि आज से 26 साल पहले अयोध्या में 6 दिसंबर को लाखों की संख्या में कारसेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद को गिरा दिया. उग्र भीड़ ने तकरीबन 5 घंटे में ढांचे को तोड़ दिया. इसके बाद देश भर में सांप्रदायिक दंगे हुए और इसमें कई बेगुनाह मारे गए थे.