दिल्ली और पंजाब में पैर पसारने के बाद अरविंद केजरीवाल ने अब हरियाणा का रुख किया है. 25 मार्च को हिसार में हरियाणा बचाओ रैली करने के बाद केजरीवाल ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. इसी के मद्देनजर उन्होंने शनिवार को दोबारा हरियाणा का दौरा किया.
हिसार में केजरीवाल ने ऐलान किया था कि आम आदमी पार्टी हरियाणा की सभी सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. हरियाणा बचाओ रैली के महज एक सप्ताह के भीतर केजरीवाल ने दूसरी बार हरियाणा का दौरा किया.
केजरीवाल शनिवार को हरियाणा में अपने गांव सिवानी की ओर निकले. हरियाणा दिल्ली सीमा पर स्थित बहादुरगढ़ से केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं के साथ गाड़ियों का लंबा चौड़ा काफिला लेकर रोड शो करते हुए अपने गांव सिवानी की तरफ चले. बहादुरगढ़ में केजरीवाल का आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया. काफिला आगे बढ़ा तो रास्ते में कई जगहों पर कार्यकर्ताओं ने झंडे पोस्टर और शामियाने लगाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी.
दोपहर होते-होते केजरीवाल रोहतक पहुंचे, जहां मंदिर में माथा टेकने के बाद हरियाणा प्रदेश के आम आदमी पार्टी अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने उनका स्वागत किया. रोहतक में आप मुख्यालय में केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हरियाणा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा। केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि वह घर घर जाकर संगठन का काम मजबूत करें और अगले चुनाव के लिए तैयारियां करें क्योंकि उनकी पार्टी के पास पैसे नहीं हैं.
चुनाव का बिगुल फूंका
हरियाणा में अपनी राजनीतिक जमीन बनाने की केजरीवाल के मंसूबों के पीछे सबसे बड़ा कारण उनका हरियाणवी होना है. हिसार रैली में भी केजरीवाल ने लोगों से यही कहा कि वह अपनी जन्मभूमि पर आए हैं, जिसका वह कर्ज उतारेंगे. अब सुबह में चुनाव लड़ने का बिगुल फूंका तो 1 सप्ताह के भीतर ही केजरीवाल को अपनी जन्मभूमि की याद आई. जाहिर है केजरीवाल हरियाणा में अपना हरियाणवी कार्ड खेलेंगे और पार्टी के नेता भी इस बात से इंकार नहीं करते.
हरियाणवी होने का दांव
आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी नवीन जयहिंद का कहना है कि केजरीवाल हरियाणा के हैं और यही पैदा हुए तो अपने सूबे में आखिर क्यों चुनाव न लड़ें? दिल्ली के बाहर आम आदमी पार्टी सिर्फ पंजाब में पैर पसारने में कामयाब हो पाई. ऐसे में दिल्ली के करीब होने का फायदा आम आदमी पार्टी को हरियाणा में दिखाई पड़ रहा है.
स्थिति आंकने की तैयारी
हरियाणा में अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. आम आदमी पार्टी की तरफ से अभी तक स्पष्ट नहीं है कि वह लोकसभा चुनाव में हरियाणा में उम्मीदवार उतारेगी. मगर सूत्र बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार उतार कर हरियाणा में वोट प्रतिशत के जरिए जमीन पर अपनी स्थिति को आंकने की कोशिश करेगी और उसी अनुसार विधानसभा चुनाव में उतरेगी. क्योंकि चुनाव में अभी वक्त है, इसलिए केजरीवाल अब अपनी जन्मभूमि और अपनी मिट्टी के मुद्दे पर हरियाणा में मौजूदा सत्ताधारी दल और विपक्षी दलों के साथ दूसरी स्थानीय पार्टियों को चुनौती देने की तैयारी में जुट गए हैं.