दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चंडीगढ़ पहुंचने पर विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा है. केजरीवाल प्रदूषण को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिलने पहुंचे.
बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम दोनों के बीच काफी अच्छी बात हुई है, जल्द ही दोनों राज्य मिलकर प्रदूषण को लेकर कदम उठाएंगे.
हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उत्तरी भारत के कई जगहों पर प्रदूषण की समस्या काफी बड़ी है, पिछले दो साल से समस्या बड़ी है. हमने अपनी बैठक में पराली, ट्रैफिक और प्रदूषण को अन्य किस तरह कम किया जा सकता है उस पर बात की है.
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंचते ही कांग्रेस और अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए. केजरीवाल के काफिले के ऊपर सफेद पाउडर के पैकेट फेंके. अकाली दल और कांग्रेस के कार्यकर्ता पंजाब में विपक्ष नेता सुखपाल खैरा के ड्रग्स रैकेट मामले में नाम आने पर उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी सरकार लगातार ये कहती आई है कि दिल्ली में प्रदूषण की समस्या सिर्फ लोकल नहीं है. पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली एक मुख्य कारण है. जिसके बाद केजरीवाल ने हरियाणा सीएम खट्टर और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर से मिलने का समय मांगा था. दिल्ली सरकार की ओर से ये भी आरोप लगाया जा रहा था कि केजरीवाल ने दोनों सीएम से मिलने का समय मांगा है लेकिन कोई भी सीएम मिलने को तैयार नहीं है.
कैप्टन ने की थी मुआवजा देने की मांग
आपको बता दें कि इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली सरकार से किसानों को मुआवजा देने की अपील कर चुके हैं. हालांकि सवाल यह है कि क्या दिल्ली सरकार के पास पंजाब और हरियाणा के किसानों को मुआवजा देने का कोई प्लान है? कैप्टन अमरिंदर सिंह का मानना है कि प्रदूषण जैसी समस्या से निपटने के लिए सिर्फ 2 राज्यों के आपस मे चर्चा करने से कुछ नहीं होगा बल्कि इसके लिए जल्द ही केंद्र सरकार को दखल देना चाहिए.
गौरतलब है कि प्रदूषण के मुद्दे पर एनजीटी की ओर से दिल्ली-हरियाणा-पंजाब सरकारों को फटकार लगाई गई थी. एनजीटी ने तीनों सरकारों से कहा था कि लोगों का दम घुट रहा है और आप लोग एक-दूसरे पर इल्जाम लगा रहे हैं.