दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मेक इन इंडिया नंबर वन अभियान की शुरूआत करने हरियाणा के हिसार पहुंचे. शहर के यूथ टाउन हॉल पहुंचे सीएम केजरीवाल से एक युवक ने रिजर्वेशन को लेकर एक सवाल पूछ लिया. युवक ने पूछा कि रिजर्वेशन के कारण जनरल कैटेगरी के लड़कों का हक मारा जा रहा है?
इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा, 'यह सोचना कि आज SC समुदाय के साथ बुरा बर्ताव नहीं होता यह गलत है. सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो आते हैं, देश के कोने कोने में आज भी 21वीं सदी में यह हो रहा है. राजस्थान के एक SC समुदाय के IPS ऑफिसर की शादी में उसे घोड़ी पर नहीं चढ़ने दिया गया. उसके गांव को छावनी बनाना पड़ा.'
समस्या की जड़ मैकाले का सिस्टम
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि रिजर्वेशन इसलिए दिया गया, क्योंकि सदियों से जो असमानता थी, उसमें बराबरी आ सके. हमारी मेंटलिटी बन गई है. पढ़ने के बाद नौकरी, यह मैकाले का सिस्टम है. पहले ऐसा नहीं होता था. 1947 में हमने गलती की कि अंग्रेजों वाली शिक्षा व्यवस्था नहीं बदली. लेकिन दिल्ली में हमने इसे बदला है.
स्कूल के बच्चों को बिजनेस सिखाया
केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली में हम 11वीं-12वीं के बच्चों को बिजनेस करना सिखाते हैं. हम हर बच्चे को 2-2 हजार रुपए देते हैं, वे ग्रुप में बिजनेस शुरू करते हैं. ऐसी 52 हजार टीम बन चुकी है. बड़े बड़े इंडस्ट्रीयलिस्ट इसमें इन्वेस्ट कर रहे हैं. दिल्ली में हमने स्कूलों के साथ साथ शिक्षा का कंटेंट बदलना भी शुरू कर दिया है.
क्या है मेक इन इंडिया नंबर वन अभियान?
दरअसल, मेक इन इंडिया नंबर वन अभियान के तहत अरविंद केजरीवाल इस अभियान के तहत देश के कोने-कोने में जाएंगे. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें मिलकर भारत को दुनिया का नंबर 1 देश बनाना है, और इसके लिए सबको साथ आना होगा. इस अभियान की शुरुआत हरियाणा के हिसार से की गई है.