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जाट लैंड में विपक्षी एकता के बीच केजरीवाल का कांग्रेस पर निशाना, हरियाणा से जोड़ा ये कनेक्शन

आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा के जींद में तिरंगा यात्रा के दौरान 'रिश्तेदारी और स्थानीय' कार्ड खेला. केजरीवाल ने हरियाणा को अपनी जन्मस्थली बताया, तो मान ने "संगरूर-जींद" कनेक्शन को याद किया.

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अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने हरियाणा के जींद में तिरंगा यात्रा निकाली.
अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने हरियाणा के जींद में तिरंगा यात्रा निकाली.

आम आदमी पार्टी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है. अपनी संगठनात्मक ताकत का विस्तार करने के लिए अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने हरियाणा के जाट लैंड जींद में तिरंगा यात्रा निकाली. इस दौरान केजरीवाल बीजेपी के साथ ही कांग्रेस पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि 25 साल तक कांग्रेस ने हरियाणा में शासन किया. लेकिन क्या कांग्रेस ने आपसे कभी कहा है कि वे आपके बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे?

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आम आदमी पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को न केवल जींद से जुड़े तीन लोकसभा क्षेत्रों- सोनीपत, हिसार और सिरसा, बल्कि रोहतक बेल्ट और पंजाब के आसपास के इलाकों से भी बुलाया था.
सूत्रों के अनुसार AAP की तिरंगा यात्रा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव और उसके ठीक बाद होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनावों की तैयारी के मद्देनजर निकाली गई थी. 

जींद की जाटलैंड के रूप में पहचान

जींद को हरियाणा की राजनीतिक राजधानी माना जाता है. परंपरागत रूप से यह क्षेत्र इनेलो और कांग्रेस का गढ़ रहा है, जबकि इसे जाट लैंड के रूप में जाना जाता है, भाजपा 2014 और 2019 में सोनीपत लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र से कांग्रेस को हराने में कामयाब रही है.

AAP ने जींद से क्यों शुरू किया चुनावी अभियान?

जींद ने हरियाणा में कई राजनीतिक दलों और राजनीतिक आंदोलनों के लॉन्चपैड के रूप में काम किया है. चौधरी बंसीलाल से लेकर चौधरी देवीलाल तक हरियाणा की राजनीति के कई दिग्गजों ने यहां से राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में अपना रास्ता बनाया. दुष्यंत चौटाला और गोपाल कांडा जैसे नेताओं ने जींद से अपनी पार्टियों की शुरुआत की थी. ऐसे में आम आदमी पार्टी ने भी जींद को तिरंगा यात्रा के लिए चुना. लिहाया यहां AAP ने तिरंगा यात्रा निकाली. इस दौरान केजरीवाल और भगवंत मान ने समर्थकों को संबोधित करते हुए स्थानीय कार्ड खेला. केजरीवाल ने अपने समर्थकों को हरियाणा के साथ अपने रिश्ते की याद दिलाई. केजरीवाल ने कहा कि अगर दिल्ली मेरी कर्मभूमि है, तो हरियाणा मेरी जन्मभूमि है. केजरीवाल ने कहा कि आप सभी मेरे रिश्तेदार हैं. आप में से कई मेरे चाचा, चचेरे भाई और मामा हैं. रिश्तेदारों के रूप में एक साथ काम करते हैं तो AAP की जीत सुनिश्चित है.

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इस बीच, सीएम मान ने याद किया कि कैसे पंजाब के पुनर्गठन से पहले संगरूर और जींद एक ही रियासत का हिस्सा थे. पंजाब के सीएम ने अपील की कि संकल्प लें कि अब से जो भी चुनाव हो- चाहे वह लोकसभा हो, विधानसभा हो, स्थानीय चुनाव हों, आपका चुनाव चिन्ह एक ही होगा- झाड़ू.

विपक्षी एकता के बीच कांग्रेस पर हमला

विपक्षी एकता की चर्चाओं के बीच केजरीवाल कांग्रेस की आलोचना करने से बचते रहे हैं. क्योंकि वह दिल्ली सेवा अध्यादेश मुद्दे पर वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की उम्मीद कर रहे हैं. इस महीने के अंत में उनके बिहार में होने वाली संयुक्त विपक्ष की बैठक का हिस्सा बनने की उम्मीद है. लेकिन केजरीवाल ने हरियाणा की खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए जींद में कांग्रेस पर भी हमला बोला.

केजरीवाल ने कहा कि क्या कांग्रेस ने आपसे कभी कहा है कि वे आपके बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे? केजरीवाल ने कहा कि मैं सरकारी स्कूलों को ठीक कर दूंगा, मैं निजी स्कूल वालों को भी ठीक कर दूंगा. मुझे पता है कि दोनों को कैसे ठीक करना है. कांग्रेस और बीजेपी आपके बच्चों की शिक्षा को ठीक नहीं करेंगी. कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि 25 साल तक कांग्रेस ने राज्य में शासन किया. पिछले 9 साल से भाजपा सत्ता में है. इन दोनों पार्टियों का एक काम बताओ? 

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