रोहतक स्थित गांव किलोई के प्राचीन शिव मंदिर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद राजनीतिक विवाद बढ़ गया है. घटना के विरोध में आज भारतीय जनता पार्टी के तमाम आला नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा का पुतला जलाया.
बीजेपी नेता की फिसली जुबान
बीजेपी सांसद अरविंद शर्मा ने घटना के पीछे भूपेंद्र हुड्डा की साजिश बताते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं की तरफ अगर किसी ने आंख भी उठाई, आंख निकाली जाएगी और हाथ उठाया तो हाथ काट भी दिया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी का कहना था कि किसानों की आड़ में चल रही गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. प्रदर्शन में रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता छोटू राम चौक पर मौजूद थे.
#WATCH | Congress&Deepender Hooda should listen
— ANI (@ANI) November 6, 2021
that if anyone dares to look towards Manish Grover (BJP leader) then we'll take their eyes out. If they put hands on him then their hands will be chopped off: BJP MP Dr Arvind Sharma in Haryana's Rohtak on yday's incident at Kiloi pic.twitter.com/RhhZuq0PGL
प्रदर्शन के बाद रोहतक से सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने अपने संबोधन में विवादित बयान देते हुए चेतावनी दी कि कल की घटना में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर को निशाना बनाया गया था. बताना चाहते हैं कि किसी ने भी मनीष ग्रोवर की तरफ आंख उठाई तो उसकी आंख निकाल ली जाएगी और हाथ उठाया तो हाथ काट दिया जाएगा. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस सत्ता के लिए साजिश रच रही है लेकिन वह भूल जाएं, कांग्रेस की सरकार अगले 25 वर्ष तक आने वाली नहीं है. जिस तरह से हाल ही में ऐलनाबाद के उपचुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त हुई है, उसी तरह से भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी आने वाले चुनाव में अपने क्षेत्र से पराजित होंगे.
क्या है पूरा विवाद?
बता दें कि कल बीजेपी नेता मनीष ग्रोवर को किसानों ने बंधक बना लिया था. किसानों ने मांग की थी कि बीजेपी नेता माफी मांगें. अब उस वजह से स्थिति काफी बिगड़ गई थी और मौके पर पुलिस को भी पहुंचना पड़ा. कई घंटे चले तमाशे के बाद बीजेपी नेता को किसानों ने छोड़ा जरूर, लेकिन पहले माफी मांगी गई. अब उस विवाद के लिए बीजेपी कांग्रेस को जिम्मेदार मान रही है, ऐसे में उन्हीं के नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं.