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फरीदाबाद निकाय चुनाव में खिला कमल, कृष्णपाल बोले- नोटबंदी पर जनता का समर्थन

भारतीय जनता पार्टी को फरीदाबाद में हुए निकाय चुनाव में शानदार जीत मिली है. कुल 40 में से 30 वार्डों में बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है.

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जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल
जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल

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भारतीय जनता पार्टी को फरीदाबाद में हुए निकाय चुनाव में शानदार जीत मिली है. कुल 40 में से 30 वार्डों में बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है.

दरअसल नोटबंदी के फैसले के बाद दिल्ली-एनसीआर में पहली बार किसी चुनाव में बीजेपी को बड़ी कामयाबी मिली है. फरीदाबाद के सभी 40 वार्डों में रविवार को ही वोट डाले गए और परिणाम भी आए. 30 वार्डों में बीजेपी के उम्मीदवार 'कमल' खिलाने में कामयाब रहे जबकि 10 वार्डों में आजाद (निर्दलीय) उम्मीदवार को जीत मिली है. हालांकि एक वार्ड दोबारा गिनती होने की खबर है.

इस जीत का श्रेय फरीदाबाद से सांसद और केंद्र में राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता ने एक बार फिर मोदी सरकार के सुशासन पर अपना विश्वास दिखाया है. मंत्री ने कहा, 'इस चुनाव परिणाम से एक बार फिर साबित हो गया है कि फरीदाबाद के लोग बहकावे में नहीं आने वाले हैं और उन्हें मोदी सरकार पर पूरा विश्वास है. जहां तक नोटबंदी की बात है तो पीएम मोदी के इस फैसले के साथ देश के लोग खड़े हैं.'

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खुद का पार्टी का एक कार्यकर्ता बताते हुए कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि केंद्र और हरियाणा की खट्टर सरकार गरीबों के लिए काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में लोगों को बहुत बहकाने की कोशिश की गई लेकिन लोग मोदी सरकार के कामों से अब तक संतुष्ट हैं, जिस वजह से बीजेपी को फरीदाबाद निकाय चुनाव में शानदार जीत मिली है.

बीजेपी सांसद की मानें तो हरियाणा समेत पूरे देश में गरीबों के हित में कदम उठाए जा रहे हैं. केंद्र सरकार कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ रही है और देश की जनता सरकार के फैसले के साथ खड़ी है. हालांकि फरीदाबाद में हुए इस निकाय चुनाव में कांग्रेस ने अपने चुनाव-चिह्न के साथ उम्मीदवार नहीं उतारे थे. केवल निर्दलीय उम्मीदवार को स्थानीय नेताओं ने समर्थन दिया था.

निकाय चुनाव में जीते उम्मीदवार:
वार्ड 1- सपना डागर (बीजेपी)
वार्ड 2- प्रियंका चौधरी (बीजेपी)
वार्ड 3- जयवीर खटाना (निर्दलीय)
वार्ड 4- शीतल खटाना (निर्दलीय)
वार्ड 5- ललिता यादव (निर्दलीय)
वार्ड 6- सुरेंद्र अग्रवाल (बीजेपी)
वार्ड 7- वीर सिंह नैन (बीजेपी)
वार्ड 8- ममता चौधरी (बीजेपी)
वार्ड 9- महेंद्र सरपंच (बीजेपी)
वार्ड 10- मनवीर भड़ाना (बीजेपी)
वार्ड 11- मनोज नासवा (बीजेपी)
वार्ड 12- सुमन बाला (बीजेपी)
वार्ड 13- सुमन भारती (बीजेपी)
वार्ड 14- जसवंत सिंह (बीजेपी)
वार्ड 15- संदीप भारद्वाज (निर्दलीय)
वार्ड 16- राकेश भड़ाना (निर्दलीय)
वार्ड 17- विकास भारद्वाज (निर्दलीय)
वार्ड 18- रतनलाल (निर्दलीय)
वार्ड 19- सतीश कुमार (बीजेपी)
वार्ड 20- हेमा चौधरी (बीजेपी)
वार्ड 21- जितेंद्र भड़ाना (निर्दलीय)
वार्ड 22- जितेंद्र यादव (बीजेपी)
वार्ड 23- गीता रक्षवाल (बीजेपी)
वार्ड 24- सोमलता भड़ाना (बीजेपी)
वार्ड 25- मुनेश भड़ाना (निर्दलीय)
वार्ड 26- अजय बैसला (बीजेपी)
वार्ड 27- देवेंद्र चौधरी (बीजेपी)
वार्ड 28- नरेश नंबरदार (बीजेपी)
वार्ड 29- नीतू भाटी (निर्दलीय)
वार्ड 30- सुभाष आहूजा (बीजेपी)
वार्ड 31- छत्रपाल यादव (बीजेपी)
वार्ड 32- मनमोहन गर्ग (बीजेपी)
वार्ड 33- धनेश अदलक्खा (बीजेपी)
वार्ड 34- कुलबीर (बीजेपी)
वार्ड 35- राकेश उर्फ कपिल डागर (बीजेपी)
वार्ड 36- दीपक यादव (बीजेपी)
वार्ड 37- महेश गोयल (बीजेपी)
वार्ड 38- ओमवती सैनी (बीजेपी)
वार्ड 39- हरप्रसाद गौड़ (बीजेपी)
वार्ड 40- सविता तंवर (बीजेपी)

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