हरियाणा के फरीदाबाद में कारगिल में शहीद हुए वीरेंद्र सिंह के परिवार को सरकार की तरफ से दिए गए प्लाट पर बनाए गए मकान को देर रात कुछ लोगों ने ध्वस्त कर दिया. इस मामले में परिजनों ने निर्दलीय विधायक समेत गांव के लोगों पर आरोप लगाया है. पुलिस ने शहीद के परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मामला फरीदाबाद के मोहना गांव का है. दरअसल, शहीद वीरेंद्र की माता को सरकार की तरफ से मोहना गांव में 200 गज का प्लॉट दिया गया था. लेकिन 22 साल बीत जाने के बावजूद भी आज तक शहीद की 95 साल की माता अपने बेटे को सम्मान के रूप में मिले प्लॉट पर अपना मकान नहीं बना पाई. शहीद के भाइयों ने आरोप लगाया कि गांव की ही सरपंच के पति और कुछ अन्य लोग उनके इस प्लॉट को हथियाना के लिए तरह-तरह के हथकंडा अपना रहे हैं.
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विधायक पर राजनीति करने का आरोप
शहीद के भाइयों ने स्थानीय विधायक नैनपाल रावत पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह भी शहीद परिवार के साथ राजनीति कर रहे हैं, जो सीधे तौर से शहीद का अपमान है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से 200 गज के प्लॉट के उन्हें तमाम दस्तावेज दिए गए हैं. जिसमें वह अपना रहने का आशियाना बनाना चाहते हैं.
मामले में डीसीपी ने कही ये बात
सारी कानूनी प्रक्रिया के तहत ही वह अपना मकान बना रहे थे, लेकिन मंगलवार रात उसे पूरी तरह नष्ट कर दिया गया. शहीद के परिवार ने इस मामले में पुलिस को शिकायत दी है. इस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं, बल्लभगढ़ के डीसीपी अनिल यादव ने कहा, हमें शिकायत मिली थी. हमने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच जारी है.