हरियाणा सरकार ने उत्तरी चीन में बच्चों में सांस संबंधी बीमारी में वृद्धि के हालिया रिपोर्टों के बाद सभी सिविल सर्जनों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों और गंभीर तीव्र सांस के संक्रमणों पर निगरानी मजबूत करने के निर्देश जारी किए हैं.
मंगलवार को एक पत्र में राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक ने सिविल सर्जनों को 'असामान्य श्वसन बीमारी के किसी भी समूह की रिपोर्ट करने का आदेश दिया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उत्तरी चीन में बच्चों में सांस की बीमारी में वृद्धि की रिपोर्ट के बाद राज्यों को तुरंत अपनी सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह दी है.
रविवार को एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि उसने सावधानी के तौर पर श्वसन संबंधी बीमारियों के खिलाफ प्रारंभिक उपायों की सक्रिय रूप से समीक्षा करने का निर्णय लिया है. सिविल सर्जनों को लिखे पत्र में कहा गया है कि केंद्र ने स्वास्थ्य सुविधाओं में अपेक्षित अस्पताल के बिस्तरों, परीक्षण, चिकित्सा जवाबी उपायों और संक्रमण नियंत्रण की उपलब्धता सुनिश्चित करने और 'कोविड-19 के संदर्भ में संशोधित निगरानी रणनीति के लिए परिचालन दिशानिर्देश लागू करने का निर्देश दिया था.
सिविल सर्जनों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) पर निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया गया है.
हरियाणा स्वास्थ्य सेवा निदेशक के सिविल सर्जनों को लिखे पत्र के अनुसार, हालांकि उपलब्ध जानकारी से पता चलता है कि भारत में किसी भी तरह की चिंता का कारण नहीं है, लेकिन सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल की तैयारियों की समीक्षा करने की आवश्यकता है.