हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पूरे प्रदेश के होटलों, रेस्टोरेंट्स, बार और कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों में कस्टमर्स को हुक्का सर्व करने पर बैन लगा दिया है. एक आधिकारिक बयान के अनुसार सीएम खट्टर ने करनाल में नशा मुक्ति अभियान के तहत आयोजित राज्य स्तरीय 'साइक्लोथॉन' के समापन समारोह को संबोधित करते हुए यह घोषणा की. हालांकि ये फैसला ग्रामीण इलाकों में इस्तेमाल होने वाले पारंपरिक हुक्के पर लागू नहीं होगा.
कुछ महीने पहले हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता द्वारा राज्य में होटल, रेस्तरां, पब, बार और नाइट क्लबों में हुक्का परोसने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. मई में ज्ञान चंद गुप्ता ने इस संबंध में सीएम खट्टर को पत्र लिखा था. स्पीकर ने बार और क्लबों में हुक्का पीने को ''ज्वलंत समस्या'' बताया था और इस पर गहरी चिंता जताई थी.
नशे के विरुद्ध लड़ाई में मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar ने हरियाणा में व्यवसायिक हुक्का बार को बैन करने का ऐलान किया है
— CMO Haryana (@cmohry) September 25, 2023
हरियाणवी संस्कृति के "परंपरागत हुक्का" पर यह नियम लागू नहीं होगा #drugfreeharyana#नशा_मुक्त_हरियाणा pic.twitter.com/x9PQDLqooe
सीएम खट्टर ने कहा कि आजकल व्यवसाय के तौर पर होटलों, रेस्टोरेंट और मनोरंजन के स्थलों पर नशा करने के लिए हुक्का बार चलाए जा रहे हैं. कुछ प्रदेशों ने इस पर प्रतिबंध लगाया है. उन्होंने कहा कि नशे वाले व्यवसायिक हुक्का बार हैं, इन पर हरियाणा में प्रतिबंध लगाया जाएगा.
साथ ही कहा कि हम हरियाणा के प्राचीन संस्कृति के लोग हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि गांव में लोग जो परंपरागत हुक्का पीते हैं, उस पर ये आदेश लागू नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा की ऐसी परंपरा रही है कि अगर किसी को मंच पर मोमेंटो देने होता है तो उसे भी हुक्का दिया जाता है. सीएम ने कहा कि हुक्के का दुरुपयोग किया जा रहा है. इसमें नशा डालकर युवाओं को दिया जा रहा है.
वहीं, साइकिलिंग को बढ़ावा देने और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री खट्टर ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कार्यक्रम की घोषणा की. उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को आवास की सुविधाएं प्रदान करने वाले लाइसेंस प्राप्त बिल्डर संपत्ति मालिक को संपत्ति रजिस्ट्री कागजात के साथ एक साइकिल उपहार में देंगे.
साथ ही कहा कि ऐसे मामलों में जहां लाभार्थी के पास पहले से ही साइकिल है, तो वहां एचएसवीपी या बिल्डर साइकिल के बदले 3,000 रुपये देगा. खट्टर ने 1 सितंबर को साइक्लोथॉन को हरी झंडी दिखाई थी और इसका समापन सोमवार को हुआ.
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि लगभग 2,000 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले साइक्लोथॉन ने नशीली दवाओं की लत के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक शक्तिशाली मंच के रूप में काम किया है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भले ही साइक्लोथॉन का समापन हो गया हो, लेकिन नशीली दवाओं की लत के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और इस खतरे को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सार्वजनिक जागरूकता के प्रयास कम से कम एक साल तक जारी रहने चाहिए.