हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शुक्रवार को जब निसिंग के गुरुद्वारा रोड़ी साहिब और डाचर के गुरुद्वारा राज करेगा खालसा में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं पहुंचे तो सिख समाज के लोग उग्र हो गए. गुस्साए लोगों ने सरकार के खिलाफ हंगामा किया और खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. साथ ही मौके पर खड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी के शीशे लाठी डंडों से तोड़ दिए.
मुख्यमंत्री शुक्रवार को जिले भर के धार्मिक दौरे पर थे. इसके लिए पहले से ही प्रशासन ने योजना तैयार की थी. दोपहर एक बजे डाचर गांव के दक्क्षेशवर तीर्थ और गुरुद्वारा में दौरा तय था. दोपहर को सीएम ने तीर्थ का मुआयना तो किया, लेकिन सामने स्थित गुरुद्वारे नहीं पहुंचे.
बताया जाता है कि डाचर गांव के गुरुद्वारे में जरनैल सिंह भिंडरेवाला की तस्वीर लगी थी. सीआईडी ने जब इसकी रिपोर्ट दी तो संभावित विवाद को देखते हुए कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. इस पर सिख समाज के लोग नाराज हो गए. मुख्यमंत्री के जाने के बाद लोग उग्र हो गए और खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया.
इस दौरान कुछ युवकों ने लाठी डंडों और पथराव कर वहां पर खड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए. बाद में पुलिस ने लोगों को शांत किया. फिलहाल गांव में पुलिस तैनात कर दी है. पुलिस तोड़फोड़ मामले की जांच कर रही है.
गुरुद्वारा रोड़ी साहिब के प्रधान ज्ञानी गुरदीप सिंह और डाचर गुरुद्वारा के प्रधान जनपाल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की इस दौरे में सिखों की अवहलेना करने से भारी रोष है. भाजपा नेता जनक पोपली के कहने पर गुरुद्वारा रोड़ी साहिब की कमेटी ने कार्यक्रम तय किया था. मगर सीएम गुरुद्वारा में नहीं पहुंचे.
इसी तरह गुरुद्वारा डाचर में भी सीएम के नहीं पहुंचने से भारी रोष है. ग्रामीणों में इस बात को लेकर अधिक गुस्सा है कि सीएम ने जानबुझ कर ये दोनों कार्यक्रम रद्द किए हैं, जबकि पूरी प्रशासनिक जांच दोनों गुरुद्वारों में की जा चुकी थी.