दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम के भोंडसी इलाके में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने स्वर्ण जयंति नेचर कैंप का उद्घाटन किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन समेत हरियाणा कैबिनेट के कई मंत्री और विधायक मौजूद थे. इस दौरान पर मुख्यमंत्री खट्टर ने इस नेचर कैंप का नाम पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के नाम पर चंद्रशेखर स्मृति वन रखने की घोषणा की.
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के फॉर्म हाउस को पर्यटन के लिहाज से विकसित करते हुए शनिवार को खट्टर ने इसका नेचर कैंप के तौर पर उद्घाटन किया. दिल्ली से सटे साइबरसिटी गुरुग्राम के गोद में बसे भोंडसी के पास अरावली की पहाड़ियों में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का सैकड़ों एकड़ का फॉर्म हाउस था, जिसमें प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भी चंद्रेशखर आया-जाया करते थे.
शनिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, हरियाणा कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री राव नरबी, रामबिलास शर्मा, विधायक बिमला चौधरी समेत विधायक उमेश अग्रवाल अन्य की मौजूदगी में इसे नेचर कैंप के तौर पर शुरू किया गया. इतना ही नहीं, हरियाणा वन विभाग ने इस इलाके में स्कूली छात्रों के लिए कैंप और सामाजिक एक्टिविटी के लिए भी कई प्राकृतिक हैबिटेट बनाए हैं.
मुख्यमंत्री खट्टर ने इस मौके पर इस इलाके का नाम पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के नाम पर चंद्रशेखर स्मृति वन रखने का ऐलान करते हुए भोंडसी को महाग्राम योजना से जोड़ने की भी घोषणा की. हरियाणा में घटती हरियाली को देखते हुए मुख्यमंत्री ने हर गांव में पेड़ की छांव योजना का ऐलान किया. इसके तहत गांव की आबादी के आधार पर पेड़ लगाए जाएंगें यानी अगर गांव की आबादी 10 हजार है, तो वहां 10 हजार पेड़ लगेंगें.
मुख्यमंत्री ने इस योजना को जिला परिषद के अंतर्गत लागू करने की घोषणा की. नेचर कैंप के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मोदी सरकार की योजनाओं की भी जमकर तारिफ की. साथ ही अरावली को बचाने के लिए कई कदम उठाने की बात कही. गुरुग्राम से गुजरात तक अरावली की पहाड़ियां फैली हुई है. ऐसे में इन पहाड़ियों को पर्यटन के तौर पर विकसित कर इसमें आयुर्वेदिक पौधे लगाने की भी योजना बनाई जा रही है. हालांकि ये योजनाएं कितनी कारगर होंगी, यह तो वक्त ही बताएगा.