हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 'सीएम विंडो' वेबसाइट जनता की शिकायतें जानने के लिए शुरू की थी. लेकिन अब इस माध्यम से उन्हीं के खिलाफ शिकायत आ गई है. हाल ही में 'सीएम विंडो' को यह शिकायत मिली कि मुख्यमंत्री अपने शिकायत निवारण के वादे को कायम नहीं रख पाए.
सोमवार को झज्जर जिले के माजरा गांव के रहने वाले सूबे सिंह ने 'सीएम विंडो' में शिकायत दर्ज कराई. खुद को बीजेपी कार्यकर्ता बताने वाले सूबे सिंह ने अपनी शिकायत में मुख्यमंत्री खट्टर के काम करने की शैली पर ही सवाल उठा दिए. यह खबर 'मेल टुडे' ने दी है.
शिकायत के मुताबिक, जब 2 नवंबर को झज्जर दौरे पर मुख्यमंत्री ने वहां की समस्याओं को जल्द हल करने का वादा किया था. लेकिन जब समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो 12 जनवरी को स्थानीय लोग मुख्यमंत्री से मिले, जहां उन्होंने तुरंत कार्यवाही का भरोसा दिलाया और अपने स्पेशल ड्यूटी अफसर को जमीन का सीमांकन करने और खाली पदों को भरने को कहा. उनके अधिकारी ने दो दिन के अंदर समस्या को हल करने का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ.
सिंह ने कोई और चारा न देख 'सीएम विंडो' की मदद से मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायत (नं. 14470) दर्ज करा दी. इस शिकायत में उन्होंने कृषि मंत्री ओपी धनखड़ का भी नाम लिया क्योंकि जब मुख्यमंत्री ने शिकायत निवारण का वादा किया था, तब धनखड़ भी वहां मौजूद थे.
हालांकि मंगलवार को अपने मुख्यमंत्रित्व काल के 100 दिन पूरे होने पर खट्टर ने 'सीएम विंडो' को शिकायतों के आधार पर सफल प्रयोग बताया. खट्टर के मुताबिक 'सीएम विंडो' लॉन्च होने से अब तक 17 हजार शिकायतें दर्ज की गईं जिनमें से 3380 समस्याओं का समाधान किया जा चुका है और बाकी शिकायतों पर कार्यवाही की जा रही है, क्योंकि इसमें करीब एक महीने का समय लगता है.