हरियाणा में कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायक कुलदीप बिश्नोई को पार्टी से बाहर निकाल दिया है. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के लिए 'क्रॉस वोटिंग' की थी. कार्तिकेय शर्मा को बीजेपी और उसके सहयोगी दल जेजेपी का समर्थन हासिल था.
पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस कुलदीप बिश्नोई को सीडब्ल्यूसी (विशेष आमंत्रित) की सदस्यता से हटाने के साथ-साथ पार्टी से निलंबित करने की तैयारी में है. इसके अलावा विधानसभा से सदस्यता रद्द कराने के लिए अध्यक्ष को पत्र भी लिखा जाएगा. नतीजे के बाद कांग्रेस विधायक और पार्टी के अधिकृत मतदान एजेंट बीबी बत्रा ने कहा था कि पार्टी के कुलदीप बिश्नोई ने कार्तिकेय शर्मा के लिए 'क्रॉस वोटिंग' की. एक विधायक को वोट अवैध घोषित कर दिया गया था.
बिश्नोई ने ट्वीट कर उठाए सवाल
कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी से निकाले जाने के बाद ट्वीट कर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कुछ नेताओं के लिए कांग्रेस के नियम भी हैं और कुछ के लिए अपवाद. नियम चुनिंदा रूप से लागू होते हैं. अनुशासनहीनता को अतीत में बार-बार नजरअंदाज किया गया है. मेरे मामले में मैंने अपनी आत्मा की सुनी और अपनी नैतिकता पर काम किया था. कांग्रेस ने 2016 में और भी कई मौकों पर ऐसे काम किया होता तो उसे इस बुरी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता.
अजय माकन हारे चुनाव
कुलदीप बिश्नोई को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है. उनका बगावती तेवर कांग्रेस को ऐसा भारी पड़ा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के जाने-माने नेता अजय माकन चुनाव हार गए. माकन को कड़े मुकाबले में बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने मात दी है.
बिश्नोई ने अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट दिया: खट्टर
वहीं, कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई द्वारा बीजेपी समर्थित उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को वोट देने के सवाल पर खट्टर ने कहा, "उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनकर वोट दिया." यह पूछे जाने पर कि क्या बीजेपी के दरवाजे उनके लिए खुले हैं तो उन्होंने कहा, "अगर वो शामिल होते हैं तो पार्टी उनका स्वागत करेगी." मतगणना की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर खट्टर ने कहा कि कांग्रेस ने दोबारा मतगणना की मांग की थी और भाजपा और जेजेपी ने कोई आपत्ति नहीं की.