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Covid-19: फरीदाबाद में Delta Plus की एंट्री, ESIC मेडिकल कॉलेज में मिला पहला मरीज

जानकारी के मुताबिक पहला केस फरीदाबाद के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में पाया गया है. जिसके बाद मरीज को आइडेंटिफाई करने के बाद उसके संपर्क में आए कांटेक्ट की तलाश शुरू कर दी गयी है. ताकि समय रहते डेल्टा प्लस के संक्रमण को रोका जा सके. 

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फरीदाबाद में डेल्टा प्लस की दस्तक से बढ़ी चिंता (सांकेतिक तस्वीर)
फरीदाबाद में डेल्टा प्लस की दस्तक से बढ़ी चिंता (सांकेतिक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • फरीदाबाद में मिला डेल्टा प्लस का मरीज
  • संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू

देश में कोरोना की दूसरी लहर भले ही धीमी पड़ती नजर आ रही हो, लेकिन कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस ने एक्सपर्ट्स की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में हरियाणा के फरीदाबाद के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है. जानकारी के मुताबिक पहला केस फरीदाबाद के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में पाया गया है. जिसके बाद मरीज को आइडेंटिफाई करने के बाद उसके संपर्क में आए कांटेक्ट की तलाश शुरू कर दी गयी है. ताकि समय रहते संक्रमण को रोका जा सके. 

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फरीदाबाद ईएसआई मेडिकल कॉलेज के डिप्टी डीन डॉ एके पांडेय ने बताया कि यह केस शुक्रवार शाम को डिटेक्ट हुआ है. इसके लिए हमने जिला प्रशासन के साथ साथ हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को भी सूचित किया है. जिला प्रशासन यह जांच करेगा डेल्टा प्लस वैरिएंट का पेशेंट किन-किन लोगों के संपर्क में आया है. 

 

उन्होंने मरीज की पहचान बताने से इनकार करते हुए कहा कि यह नहीं बताया जा सकता है. यह कॉन्फिडेंशियल है. उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव आने वाले 5% रेंडम सेंपलिंग करके जीनोम टेस्टिंग करवाते हैं. इसके अलावा जिन लोगों को दोनों वैक्सीन लग चुकी हैं. उसके बाद भी वह अगर पॉजिटिव आते हैं तो उसी के बाद डेल्टा प्लस वैरिएंट का खुलासा हो पाता है. डॉक्टर पांडे ने बताया कि यह काफी खतरनाक है और इस से बचने के लिए एहतियात रखना जरूरी है. 

वहीं हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि सरकार तैयार है. फरीदाबाद में रिपोर्ट किए गए डेल्टा प्लस वैरिएंट के पहले मामले के संबंध में, हमने आदेश दिया है कि व्यक्ति के 100% संपर्कों का परीक्षण किया जाए और जीनोम सीक्वेंसिंग किया जाए. 

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