अंबाला पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सात ठगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से छह आरोपी गुरुग्राम के रहने वाले हैं, जबकि एक बिहार से है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरोह में एक यस बैंक (YES Bank) अधिकारी भी शामिल था, जो लोगों को ओटीपी (OTP) मांगकर ठगी को अंजाम देता था. पुलिस ने इन आरोपियों के पास से 13.74 लाख रुपये नकद, नोट गिनने की मशीन, 25 ATM कार्ड, 7 मोबाइल फोन और 6 चेकबुक बरामद की हैं.
कैसे देते थे साइबर ठगी को अंजाम?
अंबाला पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह ऑनलाइन ट्रेडिंग और मोटे मुनाफे का लालच देकर लोगों को ठगता था. यह लोग पहले शिकार को भरोसे में लेकर इन्वेस्टमेंट का झांसा देते और फिर उन्हें ओटीपी साझा करने के लिए मजबूर करते थे. इसी तरह अंबाला के एक पीड़ित से 26 लाख रुपये ठग लिए गए थे. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों में 27 आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस लंबे समय से इनकी तलाश कर रही थी.
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मामले में पुलिस ने कही ये बात
अंबाला के एसपी सुरेंद्र भौरिया ने बताया कि गिरोह की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार ट्रैकिंग कर रही थी और अब इन्हें पकड़कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने उनका रिमांड हासिल किया.
अब इनसे पूछताछ कर यह पता लगाया जाएगा कि इन्होंने और कितने लोगों को ठगा है. किन-किन राज्यों में इनके नेटवर्क फैले हैं और इनके अन्य साथी कौन-कौन हैं. अंबाला पुलिस का यह ऑपरेशन साइबर अपराध पर एक बड़ा प्रहार माना जा रहा है. पुलिस अब इस गिरोह के अन्य संभावित साथियों की तलाश में जुटी है, ताकि साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाई जा सके.