डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी से रेप मामले में 10 साल की सजा सुनाए जाने के बावजूद भी लोगों में आक्रोश कम नहीं हो रहा है. राम रहीम को आजीवन कारावास की मांग की जा रही है. आम जनता के साथ ही धर्मगुरुओं में भी जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है.
आजतक से विशेष बातचीत के दौरान धर्मरक्षक मंच के अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि राम रहीम ने जिस वक्त अपनी गुफा में बुलाकर साध्वी से रेप किया, उस समय उसके पास रिवाल्वर होने की भी बात सामने आ रही है. उसने पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी थी.
ऐसे में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट और जान से मारने की धमकी देने के अपराध की भी सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि संत का चोरा पहनने वाले पाखंडी राम रहीम को कतई माफ नहीं किया जाना चाहिए. वहीं, एक सवाल के जवाब में वकील रीना सिंह ने कहा कि अगर राम रहीम उच्च अदालत में जमानत के लिए याचिका दायर करता है, तो सीबीआई को इसका विरोध करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि कोर्ट के सामने इस बात को रखना चाहिए किए यह बेहद घिनौना अपराध है. लिहाजा इसमें न तो जमानत दी जानी चाहिए और न ही सजा कम की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रभावशाली अपराधियों में बीमारी का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती रहने का भी चलन है, जिस पर भी नजर रखनी होगी. उन्होंने कहा कि अगर कोर्ट के सामने सबूत आते हैं, तो राम रहीम कोे आगे और भी सजा सुनाई जा सकती है.