मॉडल दिव्या पाहुजा मर्डर केस में नया खुलासा हुआ है. क्राइम ब्रांच ने नजफगढ़ मितराऊं की रहने वाली मेघा नाम की युवती को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि हत्यारोपी अभिजीत ने दिव्या की हत्या के बाद मेघा को The City Point होटल में बुलाया था. वहां दिव्या पाहुजा की लाश थी.
इसके बाद आरोपी युवती ने हत्यारोपी अभिजीत के साथ मिलकर दिव्या के आईफोन और वारदात में प्रयुक्त पिस्टल जैसे महत्वपूर्ण सबूत मिटाने में उसकी मदद की थी. एसीपी क्राइम ने फोन पर बातचीत में खुलासा किया कि मेघा नाम की यह युवती पोर्टर नामक ऐप संचालित करती है.
चकाचौंध वाली जिंदगी देख अभिजीत के नजदीक आई थी मेघा
इसी दौरान इसकी बातचीत अभिजीत से हुई थी. उसकी ऐशो-आराम और चकाचौंध वाली जिंदगी देखकर उससे प्रभावित हुई थी और उसकी गर्लफ्रेंड बन गई. क्राइम ब्रांच की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अभिजीत हत्या करने के बाद से लगातार मेघा से बातचीत कर रहा था.
फोन और वॉट्सऐप कॉल पर मेघा से बात करता था अभिजीत
वो कभी फोन कॉल के जरिये तो कभी वॉट्सऐप कॉल के जरिये बात करता था. इस बाबत तमाम रिकॉर्ड क्राइम ब्रांच की तफ्तीश में सामने आए हैं. एसीपी क्राइम द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जब मेघा होटल The City Point पहुंची, उस वक्त दिव्या का शव होटल के रूम नंबर-111 में था.
अभिजीत काफी घबराया हुआ था. उसने मेघा को पैसों का लालच देकर सबूत नष्ट करने के लिए कहा. इसके बाद मेघा ने उसके साथ मिलकर हत्या में इस्तेमाल अवैध पिस्टल और दिव्या का आईफोन जैसी चीजों को मिटाने में मदद की.
मेघा की गिरफ्तारी के बाद हत्या की कड़ियां जुड़ने जरूर लगी हैं लेकिन अभी तक क्राइम ब्रांच शव नहीं बरामद कर पाई है. गौरतलब है कि 2 जनवरी की शाम गुरुग्राम के The City Point होटल में अपकमिंग मॉडल दिव्या पाहुजा की गोली मार कर दी गई थी.
अभिजीत ने एसआईटी की पूछताछ में कही थी ये बात
इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने वारदात में शामिल होटल मालिक अभिजीत सिंह, हेमराज और ओम प्रकाश नाम के युवक को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया था. इससे पहले एसआईटी की पूछताछ में हत्यारोपी अभिजीत ने बताया था कि सभी सबूतों को मिटाने के लिए उसने दिव्या के आईफोन, आई कार्ड और हत्या में इस्तेमाल पिस्टल को पुरानी दिल्ली रोड पर कहीं फेंक दिया था, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
वहीं दिव्या की हत्या के बाद उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए अभिजीत ने अपने होटल में काम करने वाले दो कर्मचारियों बलराज और रवि को BMW कार के बूट में शव रखकर वहां से भेज दिया था. पुलिस ने ये कार पटियाला से बरामद की थी, लेकिन उसमें दिव्या की लाश नहीं थी.
जिस जगह पर कार मिली, वहीं एक नहर भी हैं. ऐसे में पुलिस नहर में भी गोताखोर के जरिए शव को ढूंढने में जुटी हुई है. बीते दिन दिव्या की बहन ने आजतक से खास बातचीत में बताया था कि दिव्या से उसकी आखिरी बातचीत 2 जनवरी दोपहर 12 बजे के करीब हुई थी.
तब दिव्या ने कहा था कि वो बस आधे घंटे में घर लौट रही है, लेकिन जब शाम 6 बजे तक वो वापस नहीं लौटी तो बहन को शक हुआ कि कहीं कुछ तो बुरा हुआ है, क्योंकि दिव्या कभी अपने फोन से दूर नहीं रहती थी. वो हर आधे या 1 घंटे में बात जरूर करती थी.