गुरुग्राम जमीन घोटाले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूछताछ की. यह पूछताछ चंडीगढ़ में हुई. जांच एजेंसी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को समन जारी कर गुरुवार को पेश होने के लिए कहा था. पूछताछ के लिए हुड्डा दोपहर में ही पहुंच गए थे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भूपेंद्र सिंह हुड्डा को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर भी आरोप है. जनवरी 2019 में, सीबीआई ने सीएम हुड्डा के खिलाफ केस दर्ज किया था. इस मामले में वरिष्ठ अधिकारी और प्रमुख बिल्डरों का भी नाम शामिल है. यह मामला गुरुग्राम में 1400 एकड़ जमीन में 95 प्रतिशत बिल्डर को बेचने का है. नवंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.
क्या है मामला-
इस मामले में शिकायतकर्ता सुरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया था कि वाड्रा की कंपनी ने नियमों को दरकिनार कर घोटाले को अंजाम दिया है. उनका आरोप है कि वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी ने शिकोहपुर में करीब साढ़े सात करोड़ में जमीन खरीदी थी. कमर्शियल लाइसेंस मिलने के बाद इस जमीन की कीमत काफी हद तक बढ़ गई और बाद में इसे डीएलएफ यूनिवर्सल को 58 करोड़ रुपये में बेचा गया. इसमें शिकायत थी कि नियमों को ताक पर रखकर यह जमीन सौदा हुआ है. साथ ही कमर्शियल लाइसेंस देने में भी तत्कालीन हुड्डा सरकार ने नियमों का पालन नहीं किया गया.
इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120 (साजिश रचने) व 467, 468, 471 (जालसाजी) के तहत एक मामला दर्ज किया गया था. हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद सरकार ने जमीन घोटाले की जांच के लिए 14 मई, 2015 को एक सदस्यीय आयोग का गठन करते हुए जस्टिस एस.एन. ढींगरा को जांच का जिम्मा सौंपा था.