scorecardresearch
 

दूसरा आसाराम निकला रामपाल, साधिकाओं से थे शारीरिक संबंध!

'स्वयंभू' संत रामपाल के विवादास्पद किरदार की परतें अब खुलकर सामने आ रही हैं. ये खुलासे खुद रामपाल की साधिका बबीता ने हरियाणा पुलिस से पूछताछ के दौरान किए हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रामपाल के बबीता से शारीरिक संबंध भी थे.

Advertisement
X
Rampal and Babita
Rampal and Babita

'स्वयंभू' संत रामपाल के विवादास्पद किरदार की परतें अब खुलकर सामने आ रही हैं. ये खुलासे खुद रामपाल की साधिका बबीता ने हरियाणा पुलिस से पूछताछ के दौरान किए हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रामपाल के बबीता से शारीरिक संबंध भी थे. इतना ही नहीं, बबीता  दूसरी महिलाओं को भी संदिग्ध कामों के लिए रामपाल के पास पहुंचाती थी. रामपाल के बारे में 10 चौंकाने वाले खुलासे

Advertisement

खबर के मुताबिक, रामपाल के साथ आश्रम में कुछ साधिकाएं भी रहती थीं, जिन्हें उसने अलग-अलग कोड नाम दिए थे. हरियाणा पुलिस से पूछताछ में बबीता नाम की साधिका ने बताया कि रामपाल ने उसे कोड नाम बेबी दिया था.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि बरवाला स्थित सतलोक आश्रम में रामपाल का एक निजी कमरा था, जिसमें कुछ ही साधिकाओं को जाने की इजाजत थी. रामपाल के खास गुर्गे बलजीत की बेटी बबीता उर्फ 'बेबी' रामपाल की सबसे खास राजदार थी. रामपाल बंद कमरे में बबीता के साथ घंटों वक्त बिताता था. रामपाल के पास अब 20 हजार भी नहीं.

बबीता का पिता बलजीत आश्रम में रामपाल का चहेता अनुयायी था. साल 2002 था, जब बबीता आश्रम में पहली बार पहुंची. तब से वह रामपाल की बेहद करीबी और विश्वासपात्र बन गई. पुलिस सूत्रों की मानें तो बबीता से रामपाल के शारीरिक संबंध भी थे. इतना ही नहीं बबीता का कई बार अबॉर्शन भी करवाया गया था.

Advertisement

सूत्र बताते हैं कि रामपाल को जो भी अनुयायी पसंद आ जाती उसको रामपाल के पास लाने का जिम्मा बबीता का ही था. बबीता यह कहकर महिलाओं को बाबा के पास ले जाती थी कि बाबा की खास कृपा तुम पर होगी और तुम्हारे घर में सुख-समृद्धि आएगी. सूत्र बताते हैं कि बबीता अब तक 15 से 20 लड़कियों को बाबा के पास पेश कर चुकी है लेकिन बबीता ने उन लड़कियों के नाम यह कहते हुए बताने से इंकार कर दिए कि उनकी जिंदगी खराब हो जाएगी. बबीता पूरे मामले में रामपाल के खिलाफ भी शिकायत दर्ज करवाने को तैयार नही है. जब पुलिस ने रामपाल को दबोचा

रामपाल का काम-काज मुख्य रूप से बबीता ही देखती थी. उनका खाना-पीना, सुरक्षा, शयनकक्ष में दाखिल होने वाले लोगों से पूछताछ, किसी के मिलने-मिलाने का सारा काम बबीता के ही जिम्मे था. रामपाल के पास किसी प्रकार की खाने-पीने की चीज बिना बबीता की इजाजत के पहुंच ही नहीं पाती थी. 24 घंटे साये की तरह की रामपाल के साथ रहने वाली बबीता का पिता बलजीत भी आश्रम में खास ओहदा रखता था. वह पूरे आश्रम का प्रबंधन देखता रहा है.

बलजीत ने करौंथा आश्रम से ही रामपाल का सान्निध्य पा लिया था. रामपाल की किताबों में भी बलजीत की ओर से रामपाल का गुणगान, परिवार का भला होने और बीमारियां दूर होने आदि की कोरी कहानियां लिखी गई हैं. पुलिस के मुताबिक, 14 साल पहले रामपाल से जुड़े बलजीत की बेटी बबीता के खासमखास होने का प्रमाण ही उसके नाम से लाखों की एफडी और दूसरे कई घालमेल सामने आ रहे हैं. पुलिस बबीता के नाम की गई जमीन के बारे में भी पड़ताल कर रही है.

Advertisement

बबीता ने पुलिस को बताया कि बीती 18 नवंबर को उसे महिलाओं और बच्चों को पुलिस के सामने द्वार पर बैठाने के लिए रामपाल ने कहा था. उसने बताया कि रामपाल के कहने पर ही महिलाओं और बच्चों को कमरों में बंद किया गया था. वह इस साजिश में कुछ और लोगों को भी शामिल बता रही है. बबीता ने बताया कि बारह साल पहले वह अपने फूफा के साथ करौंथा आश्रम में रामपाल से मिली थी. इसके बाद से रामपाल ने उसे अपने निजी कार्यों में सेवा के लिए रख लिया. रामपाल के कहने पर ही वह करौंथा के बाद सतलोक आश्रम में भी उसका ख्याल रखने के अलावा उसका निजी कामकाज देखने आ गई.

Advertisement
Advertisement