फरीदाबाद के निकिता तोमर हत्याकांड में हरियाणा पुलिस ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं. सोमवार को पीड़िता के भाई को सेल्फ डिफेंस के लिए आर्म्स लाइसेंस दिया गया है. इसके बाद पीड़िता का भाई अपने पास हमेशा पिस्टल रख सकेगा. इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने माता-पिता-भाई प्रत्येक को पुलिस गार्ड दे दिया है.
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक केस का चालान दो-तीन दिन में कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा और सख़्त-से-सख़्त सजा की पैरवी की जाएगी.
इधर प्रशासन ने यह भी कहा है कि कोरोना के चलते धरना प्रदर्शन की इजाजत नहीं जाएगी. कल शहर में उपद्रव करने वाले 32 उपद्रवियों को गिरफतार किया गया है. गिरफ्तार सभी उपद्रवियों का कोरोना टेस्ट कराया गया जिसमें से 3 पॉजिटिव पाए गए. इन तीनों ने महापचांयत में भी हिस्सा लिया था.
अब प्रशासन कोविड-19 की गाइडलाइन के मद्देनजर बीमारी को फैलने से रोकने के लिए पंचायत करने वाले आयोजकों और अन्य लोगों को जो पंचायत में मौजूद थे, उन्हें क्वारनटीन करेगी.
देखें: आजतक LIVE TV
बता दें कि 1 नवंबर को बिना परमिशन के कुछ लोग दशहरा ग्राउंड में इकट्ठा हुए थे जिनमें से कुछ उपद्रवियों ने नेशनल हाईवे को जाम किया और दुकानों मे तोड़फोड की और पत्थर बरसाए. पुलिस के रोकने पर उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. इसके बाद पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग कर उपद्रवियों को वहां से खदेड़ा गया.
पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने कहा कि मृतक निकिता के परिवार के साथ पुलिस की गहरी संवेदना है और हर वक्त उनके साथ खड़ी है. फरीदाबाद पुलिस पूरी तरह से निकिता के परिवार के साथ है. माता-पिता-भाई प्रत्येक को पुलिस गार्ड दे दिया गया है. आज भाई को सेल्फ़-डिफ़ेन्स के लिए आर्म्स लाइसेंस दे दिया गया है.