देश में दो महीने से जारी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अब भी जारी है. बुधवार को इसी आंदोलन के समर्थन में हरियाणा के जींद में महापंचायत हुई. भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने इस महापंचायत में हिस्सा लिया और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
जींद की इस महापंचायत में कई प्रस्ताव भी पास किए गए हैं. इसमें तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग की गई है, साथ ही किसानों पर जो केस किए गए हैं उन्हें वापस लेने की मांग की गई है. जींद की महापंचायत में कुल पांच प्रस्ताव पास किए गए हैं. साथ ही 26 जनवरी को जिन नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें रिहा कर दिया जाए.
जींद किसान महापंचायत
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 3, 2021
तीनों कृषि कानून वापस हो
एमएसपी को कानून बनाया जाए
गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाए
स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया जाए
किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हो।#जींद #किसान_आंदोलन_जारी_रहेगा #रिट्वीट @AHindinews @PTI_News @ndtvindia @ANI @BBCIndia
जींद महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है. दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं.
संबोधन में राकेश टिकैत ने कहा कि अभी हमने बिल वापसी की बात की है, अगर गद्दी वापसी की बात हुई तो क्या करोगे. टिकैत ने कहा कि अभी जींद वालों को दिल्ली कूच की जरूरत नहीं है, आप यहां पर ही रहे. राकेश टिकैत की ओर से ट्वीट भी किया गया कि पहले गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाए, तब आगे की बात होगी.
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आपको बता दें कि राकेश टिकैत जब मंच पर बोलने के लिए खड़े हुए तो यहां बना मंच ही टूट गया. दरअसल, जिस जगह ये महापंचायत हो रही थी वहां पर उम्मीद से अधिक लोग आ पहुंचे और मंच पर भी लोगों की संख्या काफी ज्यादा हो गई थी.
आपको बता दें कि राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसानों का आंदोलन फिर से रफ्तार पकड़ रहा है. इसी के समर्थन में पिछले कई दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई इलाकों में किसानों की महापंचायत हो रही है.