तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों का दिल्ली की सीमाओं का आंदोलन लगातार जारी है. सोनीपत-कुंडली बॉर्डर पर शनिवार को किसानों की अहम बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता दर्शनपाल, बलदेव सिंह सिरसा, अभिमन्यु कोहाड़, अंतिल बारह के प्रधान जोगेंद्र अंतिल व अन्य खाप नेताओं के साथ ग्रामीण भी मौजूद रहे. किसान नेता ने कहा कि झज्जर के टिकरी बॉर्डर पर शख्स की मौत को सरकार की ओर से जानबूझकर आत्महत्या से हत्या में बदला गया. कहा जा रहा है कि आंदोलन के चलते सिंघु और कुंडली बॉर्डर पर बसे गांवों के ग्रामीणों के विरोध के मद्देनजर किसान मोर्चा की अहम बैठक हुई है.
उन्होंने कहा कि झज्जर एसपी को मृतक शख्स का वीडियो भी सौंपा गया है. साथ ही बताया कि शख्स ने घरेलू कलह से आग लगाकर आत्महत्या की है.
इसे भी क्लिक करें- कान खोलकर सुन ले सरकार, किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा: राकेश टिकैत
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि कई किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन अब एक शख्स की आत्महत्या को हत्या में बदला जा रहा है. किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार इस घटना से किसान आंदोलन को बदनाम करना चाह रही है. इस घटना में जो भी गिरफ्तारी हुई है वो भी गलत हुई है. ये मुकदमा हत्या का नहीं बल्कि आत्महत्या का है.
किसान संगठनों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि कल गांव जाटी में किसान आंदोलन के खिलाफ होने वाली पंचायत में बीजेपी और सरकार के आदमी जुटे हैं.
सोमवार को निकालेंगे बाइक मार्च
उधर, अंतिल खाप के प्रधान हवा सिंह अंतिल ने कहा कि हर गांव में वालंटियर बनाए जाएंगे, कानूनों के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगे. सरकार द्वारा जानबूझकर असामाजिक तत्व भेजे जा रहे हैं ताकि आंदोलन को बदनाम किया जा सके. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस द्वारा आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है.
यह भी कहा गया कि संयुक्त किसान मोर्चा सरकार के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी. कुंडली के स्थानीय ग्रामीण भी संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हैं. सभी किसान सजग और सतर्क हैं. तालमेल कमेटी का गठन किया जा रहा है ताकि स्थानीय ग्रमीणों के साथ समन्वय बनाया जाए.
उन्होंने कहा कि सोमवार को स्थानीय गांव में बाइक मार्च निकाला जाएगा ताकि स्थानीय ग्रामीणों का सहयोग किसान आंदोलन को मिल सके. दावा किया गया कि सिंघु और कुंडली बॉर्डर के आसपास के कुछ चुनिंदा लोग सरकार के इशारों पर काम कर रहे हैं ताकि किसान आंदोलन को बदनाम किया जाए.
किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि हरियाणा के सीएम मनहोरलाल खट्टर व अमित शाह की मुलाकात के बाद सरकार आंदोलन को तोड़ने की साज़िश कर रही है. वेश्यावृत्ति व नशेबाजी के जो आरोप जो लग रहे हैं वो सरकार लगवा रही है. सद्भावना मिशन के तहत 27 जून को स्थानीय ग्रामीणों को मंच सौंपा जाएगा. आंदोलन के खिलाफ असामाजिक तत्वों की लिस्ट बनाई जाएगी और वो लिस्ट ग्रामीणों को सौंपी जाएगी.