हरियाणा के करनाल जिले से कई युवा पढ़ाई और नौकरी करने के लिए विदेश गए हैं. मगर, इनमें से कुछ लोग डंकी मारकर भारत से निकले हैं. वहां कई हादसे हो रहे हैं, जिसमें लोगों की जान जा रही है. इसके बाद उनके परिजनों पर आफत का पहाड़ टूट पड़ता है. अब ऐसा ही एक मामला करनाल से सामने आया है.
नरूखेड़ी गांव से अमेरिका गए युवक संजय का शव मौत के 16 दिन बाद घर आया और उसका अंतिम संस्कार किया गया. संजय की हार्ट अटैक से अमेरिका में मौत हुई थी. पिता ने बेटे संजय का शव कर्ज लेकर मंगवाया है. दरअसल, संजय के माता-पिता, पत्नी और उसके बच्चे आखिरी बार संजय को देखना चाहते थे.
नौ महीने बाद अमेरिका पहुंचा था संजय
संजय का अंतिम संस्कार अपने गांव में करना चाहते थे. गांव के ही श्मशान घाट में ही उसका अंतिम संस्कार हुआ. संजय अगस्त 2022 में अमेरिका गया था. डंकी रास्ते से उसे वहां पहुंचने में करीब 8 से 9 महीने का समय लगा. अमेरिका पहुंचने के बाद संजय को काम मिला और वह एक स्टोर पर काम करने लगा.
संजय को उम्मीद थी कि उसका कर्ज भी उतर जाएगा और घर के हालात भी सुधर जाएंगे. मगर, होनी को कुछ और ही मंजूर था. उसे पहले भी हार्ट अटैक आया था. तब उसे साथियों ने अस्पताल में भर्ती करवाया. वह ठीक तो हो गया था, लेकिन उसके बाद से ही वह बीमार रहने लगा था.
10 जनवरी को आया था हार्ट अटैक
इसके बाद संजय ढंग से काम भी नहीं कर पा रहा था. बीमारी के बीच संजय को 10 जनवरी को फिर से हार्ट अटैक आया. अमेरिका में रहने वाले उसके चचेरे भाई रजनीश और अन्य साथियों ने अस्पताल में भर्ती करवाया. उसी रात संजय ने मां, पत्नी और बच्चों से फोन पर बात की थी. उसने कहा था कि वह ठीक है और जल्दी ही स्वस्थ हो जाएगा.
सरकार से परिवार को मदद की आस
उसके 6 घंटे बाद शुक्रवार 11 जनवरी को उसकी मौत हो गई. संजय के 12 साल और नौ साल के दो बच्चे हैं. संजय की मौत की सूचना के बाद पूरा परिवार बिलख-बिलख कर रो रहा है. सरकार से परिवार मदद की गुहार लगा रहा है. परिजनों को उम्मीद है कि जो परिवार पर इतना कर्जा हो गया है, उसमें सरकार उनकी मदद करेगी.