हरियाणा के पलवल में एक शख्स पर मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया, जिसमें उसकी मौत हो गई. युवक की उम्र युवक की उम्र 32 साल थी. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया है. मृतक विजय के भाई समय सिंह के मुताबिक विजय खेत में काम करने के लिए गया था. वहां मधुमक्खी का एक छत्ता लगा हुआ था. काम के दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने विजय पर हमला कर दिया. उसे कई जगह बुरी तरह डंक मार दिए, जिससे मधुमक्खी का जहर उसके शरीर में पहुंच गया.
इसके कारण विजय की तबीयत बिगड़ने लगी. उसे पलवल के ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन विजय की तबीयत संभालते ना देख प्राइवेट हॉस्पिटल ने उसे फरीदाबाद के लिए रेफर कर दिया. फरीदाबाद में भी विजय का उपचार किया गया, लेकिन उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ.
इसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में रेफर किया गया. यहां अगले दिन विजय की मौत हो गई. हालांकि प्रथम दृष्टया यह मामला मधुमक्खी के जहर से हुई मौत का ही माना जा रहा है, लेकिन पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले किया है. मृतक पलवल के स्यारोली गांव का रहने वाला था. वह शादीशुदा था और उसके दो छोटे बच्चे हैं. विजय की आकस्मिक मौत के चलते पूरा परिवार सदमे में है.
मधुमक्खी के हमले का ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में भी सामने आया था. यहां दिसंबर 2022 में खेत पर गए एक युवक पर एक साथ हजारों मधुमक्खियों ने हमला कर दिया था. मधुमक्खियों ने उसे ऐसा घेरा था कि उसके शरीर का कोई ऐसा अंग नहीं बचा था, जहां उसे डंक न मारा गया हो. परिवार के लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया और डंक निकालना शुरू किए था.
युवक की हालत गंभीर होने के बाद आनन-फानन में उसे इंदौर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट कराया गया था. वहां डॉक्टरों ने इंटरनेशनल रेफरेंस का उपयोग करते हुए लगातार 72 घंटे CRRT-CVVHDF (हेमोडियाफिल्ट्रेशन) कर जहर को बाहर निकाला था.इसके साथ ही प्लाज्मा एक्सचेंज के जरिये उसकी जान बचाई गई थी.
युवक करीब एक माह तक अस्पताल में भर्ती रहा था. डॉक्टर्स के मुताबिक मेडिकल रिसर्च के तहत सांप काटने पर इसका इलाज तो है, लेकिन मधुमक्खियों के काटने से होने वाले जहरीले प्रकोप का कोई इलाज नहीं है. इसलिए जब इंसान को हजारों मधुमक्खियां काट लें, तो उसका बचना नामुमकिन ही होता है.