गुरुग्राम में जुमे की नमाज को लेकर विवाद खत्म नहीं हो पा रहा है. बीते जुमे की नमाज बाधित किए जाने की घटना के बाद प्रशासन ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से ऐसे स्थानों की लिस्ट मांगी है, जहां उन्हें नमाज अदा करनी है.
हिंदूवादी संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि सिर्फ 5 जगह खुले में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जानी चाहिए और इनमें से कोई भी किसी मंदिर के 2 किलोमीटर के दायरे में नहीं होना चाहिए.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से ऐसी जगहों की लिस्ट मांगी है, जहां जुमे की नमाज पढ़ी जाती है. बताया जा रहा है कि यह लिस्ट कल होने वाली जुमे की नमाज के दौरान सुरक्षा मुहैया कराने के मकसद से मांगी गई है. क्योंकि खुले में नमाज का विरोध कर रहे हिंदूवादी संगठनों ने पिछले हफ्ते कई जगह नमाज बाधित की थी.
कई संगठन संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के बैनर तले खुले में जुमे की नमाज का विरोध कर रहे हैं. इनमें विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू क्रांति दल, गौरक्षक दल और शिवसेना के सदस्य शामिल हैं.
सीएम खट्टर ने भी किया समर्थनहरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर भी इस मसले पर हिंदूवादी संगठनों के साथ खड़े हैं. उन्होंने हाल ही में बयान दिया था कि मस्जिदों, ईदगाहों और निजी स्थानों पर ही नमाज अदा की जानी चाहिए. साथ ही, खट्टर ने यह भी कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि कानून व्यवस्था बनी रहे.
गौरतलब है कि पिछले दो हफ्तों से दक्षिणपंथी संगठन गुड़गांव में जुमे की नमाज को 'बाधित' करने की कोशिश करते हुए आरोप लगा रहे हैं कि कुछ लोग जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस ने बताया कि पिछले दो हफ्तों में वजीराबाद, अतुल कटारिया चौक, साइबर पार्क, बख्तावर चौक और साउथ सिटी इलाकों में नमाज पढ़ने से रोका गया. अब विरोध कर रहे संगठनों ने मंदिर के 2 किलोमीटर के दायरे में खुले में नमाज की इजाजत नहीं देने की मांग की है.