एनएच 8 हाईवे से सटे गुरुग्राम साइबर हब में बनी शराब की दुकानों और पब को बचाने के लिए 450 मीटर की दूरी को 2 किलोमीटर तक पहुंचा दिया है. आमतौर पर दिल्ली से गुरुग्राम आते वक्त हाईवे से सटे गुरुग्राम साइबर हब में प्रवेश करने में कोई मुश्किल नहीं होती होगी, लेकिन साइबर हब प्रबंधन ने अपने परिसर में बने पब को बचाने के लिए आपको दो किलोमीटर का एक्स्ट्रा चक्कर लगाने को मजबूर कर दिया है.
प्रबंधन ने साइबर हब के पास बने कट को बंद कर डिवाइडर बना दिया है. अब साइबर हब में प्रवेश करने के लिए आपको दो किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा क्योंकि यू-टर्न 1 किलोमीटर दूर बनाया गया है. इससे अब हाईवे से साइबर हब में प्रवेश की दूरी दो किलोमीटर हो गई है. जिससे अब परिसर में बने पब बार पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कोई असर नहीं होगा.
सड़क पर खुद की ट्रैफिक पुलिस और बाउंसर
गुरुग्राम साइबर हब के पास का पूरा ट्रैफिक प्रबंधन ही संभालता है. ऐसे में अगर कोई इनके बताए रास्ते से चलने से इंकार करता है तो प्राइवेट गार्ड और बाउंसर जमकर झगड़ा करते है. प्रबंधन ने अपने गार्ड को ट्रैफिक
पुलिस की ही तरह ड्रेस दी हुई है.
कैमरा बंद करने की धमकी दी
इस मामले की पड़ताल के लिए 'आज तक' की टीम जब साइबर हब से सटे हाईवे पर पहुंची तो ट्रैफिक पुलिस की वर्दी में तैनात साइबर हब के बाउंसर और गार्ड ने कैमरा बंद करने को कहा.
क्या है लोगों की राय
कई लोगों का कहना है कि इस परिसर में बने पब में बड़ी रकम इंवेस्ट की गई है. ऐसे में इसे बचाने के लिए ये तोड़ निकाला गया है. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता, क्राउड के लिए पब और बार
होने चाहिए. वहीं स्थानीय ऑटो चालकों का कहना है कि नए नियम से उनका काम धंधा चौपट हो गया है.
ट्रैफिक डीसीपी नए रूट से अनजान
'आज तक' की टीम ने जब इस खबर पर गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के डीसीपी से बात की तो उन्होंने कैमरे पर बात करने से इंकार कर दिया. हालांकि फोन में हुई बातचीत पर उन्होने इस मसले पर कोई भी जानकारी होने
से इंकार कर दिया और कहा कि ट्रैफिक पुलिस की तरफ से तो वहां कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुग्राम में 143 पब को बंद करा दिया गया था. इनमें से 34 साइबर
हब में हैं.